मामले ने काफी काफी तूल पकड़ा। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी बीएसएफ से इस मामले की पूरी जांच करने को कहा था। तेज बहादुर के आरोपों को लेकर बीएसएफ ने गृहमंत्रालय को अपनी पूरी रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट में तेज बहादुर के आरोप गलत पाए गए और उसके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। जांच में यह भी पाया गया था कि तेज बहादुर लगातार गलतियां करता रहा है और उसे कई बार कड़ी सजा भी दी गई है, लेकिन वह अब तक नहीं सुधरा। तेज बहादुर के खिलाफ बीएसएफ कोर्ट की कोर्ट ऑफ इनक्वायरी तभी से चल रही थी।
तेज बहादुर की पत्नी ने बीएसएफ पर उनके पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। यादव ने वीडियो में कहा था कि हम लोग सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक, लगातार 11 घंटे बर्फ में खड़े होकर ड्यूटी करते हैं। बर्फ हो, बारिश हो, तूफान हो, इन्हीं हालातों में हम ड्यूटी कर रहे हैं। फोटो में हम आपको बहुत अच्छे लग रहे होंगे मगर हमारी क्या सिचुएशन हैं, ये न मीडिया दिखाता है, न मिनिस्टर सुनता है। कोई भी सरकार आईं, हमारे हालात वहीं हैं।
हम किसी सरकार के खिलाफ आरोप नहीं लगाना चाहते। क्योंकि सरकार हर चीज, हर सामान हमको देती है। मगर उच्च अधिकारी सब बेचकर खा जाते हैं, हमारे को कुछ नहीं मिलता। कई बार तो जवानों को भूखे पेट सोना पड़ता है। मैं आपको नाश्ता दिखाऊंगा, जिसमें सिर्फ एक पराठा और चाय मिलता है, उसके साथ अचार नहीं होता। दोपहर के खाने की दाल में सिर्फ हल्दी और नमक होता है, रोटियां भी दिखाऊंगा। मैं फिर कहता हूं कि भारत सरकार हमें सब मुहैया कराती है, स्टोर भरे पड़े हैं मगर वह सब बाजार में चला जाता है। इसकी जांच होनी चाहिए।