उधर एक सामाजिक कार्यकर्ता ने भी बताया कि रवि कर धोखाधड़ी के खुलासे के लिए कुछ बड़े डेवलपर्स पर छापेमारी की तैयारी कर रहे थे। रवि के परिवारवालों ने उनकी आत्महत्या से इनकार करते हुए कहा कि रवि कभी धमकियों की परवाह नहीं करता था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि प्रदेश पुलिस मामले की जांच करने में सक्षम है और जरूरत पड़ने पर ही इसकी सीबीआई के हवाले की जा सकती है।
सामाजिक कार्यकर्ता और रवि के मित्र गणेश एस. कौंडिनी ने बताया, जहां तक मुझे याद है, गुरुवार और शुक्रवार को मेरी रवि से मुलाकात हुई थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्होंने कुछ डेवलपर्स और हाउसिंग सोसायटीज पर छापेमारी कर 400 करोड़ रुपये का आयकर वसूला था। रवि बेंगलूरू के कुछ बड़े डेवलपर्स पर छापे मारने की तैयारी कर रहे थे और गैर-कानूनी तरीके से नहीं भरे गए आयकर की वसूली करना चाहते थे। मंगलवार को रवि की मौत मामले को लेकर जनाक्रोश कर्नाटक की सड़कों तक उतर आया और कोलार जिले में बाजार बंद रहे। कौंडिनी का कहना है कि रवि मुझे बतौर साक्ष्य कुछ दस्तावेज सौंपना चाहते थे ताकि वाणिज्य कर उल्लंघन का खुलासा किया जा सके। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि रवि की मौत एक गंभीर मामला है लेकिन साथ ही कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में अभी किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं करेगी। हमने इस मुद्दे को संसद में भी उठाया है।
उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार के लिए राज्य सरकार के कामकाज में दखल देना मुश्किल होता है क्योंकि यह मामला सीधे तौर पर प्रदेश सरकार से जुड़ा है।’ रेत माफिया के खिलाफ सख्ती बरतने वाले एक कर्मठ और ईमानदार आईएएस अधिकारी की मौत पर संवेदना व्यक्त करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया।