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ब्रसेल्स भूल जाएं, हमारे 27 हवाईअड्डों की सुरक्षा है लचर

ब्रसेल्स के जैवेन्तेम हवाईअड्डे पर आतंकी हमले के बाद हवाईअड्डों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से चिंताएं उभर आई हैं और सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दो दर्जन से अधिक ऐसे संवेदनशील प्रतिष्ठानों के पास, पिछले पांच साल से धन के अभाव के चलते केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का विशेष सुरक्षा कवर नहीं है।
ब्रसेल्स भूल जाएं, हमारे 27 हवाईअड्डों की सुरक्षा है लचर

देश के ऐसे कुल 27 हवाईअड्डों को सीआरपीएफ, इंडिया रिजर्व बटालियन्स (आईआरबी) या राज्य की पुलिस इकाइयों जैसे सुरक्षा बल सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं। इन हवाईअड्डों को विशेष वैमानिकी सुरक्षा बल सीआईएसएफ की सुरक्षा उपलब्ध नहीं है।

परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति मामलों की एक विभाग संबंधी स्थायी संसदीय समिति ने इस साल के शुरू में अपनी चिंता जताते हुए कहा था कि यह जान कर वह स्तब्ध है कि हमारे अत्यंत संवेदनशील हवाईअड्डों में से आठ की सुरक्षा और हमारे संवेदनशील हवाईअड्डों में से 19 की सुरक्षा को सीआईएसएफ कवर नहीं कर रहा है। सीआईएसएफ अब वैमानिकी सुरक्षा के लिए एकमात्र विशेष बल बन गया है। सीआईएसएफ में करीब 1.42 लाख कर्मी हैं। यह, एविएशन सिक्योरिटी ग्रुप (एएसजी) कहलाने वाले अपने प्रतिष्ठान के तहत एक समर्पित एवं प्रशिक्षित इकाई है। इसके करीब 22,000 पुरुष और महिला कमांडो अतिरिक्त महानिदेशक रैंक के एक अधिकारी की अगुवाई में कार्यरत हैं।

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