दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर उपराज्यपाल ने एमसीडी के लिए प्राइमरी शिक्षक पद की परीक्षा को रद्द कर दिया है। यह परीक्षा इस साल 29 अक्तूबर को आयोजित की गई थी।
पुलिस ने परीक्षा में बड़े पैमाने पर लाभार्थियों को फायदा पहुंचाने और नकल करने का आरोप लगाया है। उपराज्यपाल ने शिक्षा सचिव को दस दिन में रिपोर्ट देने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस साल 29 अक्तूबर को हुई इस परीक्षा में नकल के आरोप पर उसी दिन दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया था और मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई थी। उपराज्यपाल ने पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि मामले की जांच हर दृष्टिकोण से तय समय में की जाए।
दिल्ली पुलिस की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले में काफी संख्या में लोग संलिप्त हैं। करीब बीस अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। नकल करने में सोशल मीडिया और तकनीकी का इस्तेमाल पाया गया है और फौरी तौर पर काफी संख्या में लाभार्थियों के शामिल होने की बात सामने आई है। परीक्षा की मंजूरी की अनदेखी करने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
पुलिस रिपोर्ट के आधार पर उपराज्यपाल ने परीक्षा रद्द करने के आदेश दिए हैं। साथ ही दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) के चेयरमैन को निर्देश दिए हैं कि परीक्षा फिर से जल्द कराई जाए ताकि रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जा सके। साथ ही सलाह दी है कि जब परीक्षा कराई जाए तो बोर्ड अपने सिस्टम की गहन समीक्षा करे और भविष्य में इस तरह का तरीका अपनाया जाए ताकि फिर से किसी तरह की गड़बड़ी करने की खामी न रहे। पुलिस की जांच के आधार पर पता चला है कि शिक्षा विभाग का स्टाफ संगठित तरीके से इसमें शामिल रहा है। इससे पहले भी इसी तरह के मामले में स्टाफ के शामिल होने की बात सामने आई थी। उपराज्यपाल ने शिक्षा सचिव से मिलीभगत में शामिल रहे स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और दस दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।