इन भारतीयों में अमिताभ बच्चन, उनकी बहू ऐश्वर्य राय बच्चन, रियल एस्टेट क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी डीएलएफ के मालिक के.पी. सिंह और उनके परिवार के 9 अन्य सदस्यों, इकबाल मिर्ची, उद्योगपति गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी, अपोलो टायर्स और इंडिया बुल्स के प्रवर्तक आदि शामिल हैं।
यही नहीं इन दस्तावेजों से यह भी खुलासा हुआ है कि दुनिया के सैकड़ों नेताओं ने अपना कालाधन यहां छिपा रखा है और यही कंपनी अपनी फीस लेकर इन सभी लोगों के पैसों को सुरक्षित रखने का काम करती है। यह कंपनी अपनी फीस के बदले दुनिया के कर चोरों के स्वर्ग समझे जाने वाले सभी देशों में पैसे जमा करने की सुविधा भी मुहैया कराती है। जिन नेताओं के नाम दस्तावेजों में सामने आए हैं उनमें रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का नाम भी शामिल है। इसके अलावा सीरिया के मोहम्मद असर बिन असद, लीबिया के पूर्व तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो का नाम भी इन दस्तावेजों में शामिल पाया गया है।
इन खुलासों के बाद दुनिया की राजनीति में भूचाल आना तय माना जा रहा है और कई देशों में सरकारें बदलने की भी आशंका है। भारत में अबतक सिर्फ दो नेताओं का नाम इस लिस्ट में शामिल पाया गया है जिनमें एक बंगाल के नेता शिशिर बाजोरिया और दूसरे दिल्ली लोकसत्ता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अनुराग केजरीवाल शामिल हैं।