केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने आश्चर्य व्यक्त किया कि उसके मस्तिष्क को कौन दूषित कर रहा है जबकि एक अन्य नेता ने उसकी तुलना गैंगस्टर दाउद इब्राहम से कर दी।
दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा 24 साल की गुरमेहर ने रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद मैं एबीवीपी से नहीं डरती अभियान शुरू किया था। सोशल मीडिया पर उसका ये अभियान वायरल हो गया और विभिन्न विश्वविद्यालयों से उसे काफी समर्थन मिला।
दिल्ली महिला आयोग :डीसीडब्लू: की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि आयोग को गुरमेहर की शिकायत मिली है और इस मामले को देखा जा रहा है। आयोग को दी गई अपनी शिकायत में गुरमेहर ने कहा कि जबसे उसने रामजस कॉलेज की घटना के बाद राष्ट्रवाद के नाम पर हिंसा की आलोचना की है तबसे कथित तौर पर एबीवीपी के सदस्यों की तरफ से उसे सोशल मीडिया पर दुष्कर्म की धमकी मिल रही है।
करगिल शहीद कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी गुरमेहर ने पिछले हफ्ते अपने फेसबुक प्रोफाइल तस्वीर बदल कर नई तस्वीर लगाई थी जिसमें वो एक प्लेकॉर्ड लिए नजर आ रही हैं जिस पर लिखा है, मैं दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा हूं। मैं एबीवीपी से नहीं डरती। मैं अकेली नहीं हूं। भारत का हर छात्र मेरे साथ है।
रिजिजू ने ट्वीट करके चुटकी लेते हुए कहा, इस लड़की के मस्तिष्क को कौन प्रदूषित कर रहा है ? मजबूत सशस्त्र सेना युद्ध को रोकती है। भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया लेकिन कमजोर भारत पर हमेशा हमला किया गया।
उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि किसी को ऐसी बातें नहीं बोलनी चाहिए जिससे देशवासियों और सशस्त्र बलों का मनोबल गिरे। सभी को स्वतंत्रता है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि आप देश को कमजोर करने के लिए नारे लगाए। मैसूरू से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने ट्वीट किया, कम से कम दाउद ने देश के खिलाफ अपने कार्यों को उचित ठहराने के लिए अपने पिता के नाम का इस्तेमाल नहीं किया।
सिम्हा की यह टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब गुरमेहर कौर का वक्तव्य उनके फोटो के साथ सामने आया है जिसमें उसने कहा है कि, पाकिस्तान ने मेरे पिता को नहीं मारा। युद्ध ने उन्हें मारा। कौर के इस बयान पर चुटकी लेते हुए सिम्हा ने दाउद के चित्र के साथ एक पोस्ट जारी किया जिसमें लिखा था कि मैंने 1993 में लोगों को नहीं मारा। बम ने उनकी जान ली।
एबीवीपी के छात्रों ने लेफ्ट के खिलाफ दिल्ली में तिरंगा यात्रा निकाली। छात्रों की भीड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस सुरक्षा में जगह-जगह तैनात रही। क्योंकि रामजस कॉलेज मामले को लेकर लेकर तनाव बरकरार है। वहीं शाम में आईसा के विरोध मार्च के मद्देनजर दिल्ली की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
गुरमेहर कौर पिछले चार दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चित हैं। रामजस कॉलेज में उमर खालिद के विरोध में छात्रों की झड़प के बाद वो लगातार एबीवीपी के खिलाफ कैंपेन चला रही हैं, उनकी दलील है कि वो तंग सोच की सियासी विचारधारा को दिल्ली विश्वविद्यालय में पनपने नहीं देंगी।
गौरतलब है कि बीते बुधवार को रामजस कॉलेज के सेमिनार में जेएनयू के छात्र उमर खालिद को वक्ता के तौर पर बुलाए जाने का एबीवीपी के छात्र विरोध करने पहुंचे थे। विरोध हिंसक होने पर करीब 20 छात्र घायल हो गए थे। उमर खालिद राजद्रोह के मामले में आरोपी है। डीयू की छात्रा गुरमेहर ने 140 शब्दों के फेसबुक पोस्ट में पूरे मामले का जिक्र किया था। गुरमेहर का फेसबुक कैंपेने सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। गुरमेहर कौर के पिता मंदीप सिंह सेना में कैप्टेन थे और 1999 में करगिल की लड़ाई में शहीद हो गए थे।
इस बीच रामजस कॉलेज में हिंसा के दौरान घायल शिक्षक को फोर्टीज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत नाजुक बनी हुई है। हिंसा के बाद से ही दोनों गुट आमने-सामने हैं। आइसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचेता डे का आरोप है कि मोदी सरकार सवाल पूछने वालों से डर रही है, इसलिए छात्रों को डरा रही है।