फेसबुक डेटा चोरी को लेकर विवादों में आए सोशल नेटवर्किंग साइट के संस्थापक और सीईओ मार्क जकरबर्ग अमेरिकी सीनेट के समक्ष पेश हुए। इस दौरान उनसे मैराथन पूछताछ हुई। कई सवाल ऐसे रहे, जिसमें मार्क जकरबर्ग का गला सूख गया और वो पानी पीते नजर आए।
उन्होंने खुद की प्राइवेसी से जुड़े सवालों का जवाब देने से स्पष्ट इनकार कर दिया। एक सांसद ने जब जकरबर्ग से उस होटल के बारे में पूछा, जिसमें वह रुके थे तो उन्होंने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया। डेमोक्रेट सीनेटर डर्बिन ने पूछा था, ‘आप (जकरबर्ग) पिछली रात जिस होटल में रुके थे उसके बारे में हमलोगों से जानकारी साझा करने में सहज महसूस करेंगे?’
अचानक यह सवाल सुनकर फेसबुक प्रमुख चौंक गए थे। शुरुआत में वह थोड़े झिझके थे लेकिन बाद में उन्होंने यह जानकारी देने से मना कर दिया था। डेमोक्रेट सांसद ने इसके बाद जकरबर्ग से उनकी प्राइवेसी से ही जुड़ा एक और सवाल पूछा था। उन्होंने उसका भी जवाब देने से इनकार कर दिया। पूछताछ के दौरान जकरबर्ग ने निजता को प्राथमिकता देने की भी बात कही। कैंब्रिज एनालिटिका डेटा स्कैंडल के कारण जकरबर्ग को अमेरिका की कानून और वाणिज्य मामलों की समिति के समक्ष पेश होना पड़ा है।
इसके अलावा भी मार्क जकरबर्ग से कुछ कठिन सवाल पूछे गए। यहां पढ़िए, उनसे पूछे गए दस चुनिंदा सवाल, जिनका जवाब देने में जकरबर्ग को कठिनाई महसूस हुई।
1. क्या आप हेट स्पीच को डिफाइन कर सकते हैं? एक पिता के तौर सोशल मीडिया आपको परेशान करता है?
2. आप किस तरह का डेटा अपने सर्वर पर स्टोर कर रहे हैं? क्या आप टेक्स्ट हिस्ट्री, ऐक्टिविटी और डिवाइस लोकेशन भी स्टोर करते हैं?
3. यूजर्स को चिंता होती है कि आप उसकी ब्राउजिंग हिस्ट्री ट्रैक करते हैं?
4. आप यूजर्स को क्यों नहीं बताते कि उनका डेटा आप कैसे यूज करेंगे?
5. क्या आप लोगों के पॉलिटिकल झुकाव के बारे में जानते हैं?
6. क्या रूस और चीन की सरकार के पास फेसबुक का डेटा है? जैसे कैंब्रिज अनालिटिका के केस में देखने को मिला है?
7. क्या फेसबुक को यूजर की परमिशन की जरूरत नहीं है, जब वो उनका डेटा बेच रहा है?
8. आप यूजर्स के डेटा से पैसा कमाते हैं और कहते हैं यूजर डेटा के खुद मालिक हैं? ये कैसे संभव है?
9. किस तरह की जानकारियां फेसबुक कलेक्ट कर रहा है और किसे भेज रहा है?
10. फेसबुक का इतिहास रहा है डेटा लीक का और 14 साल से आप लगातार माफी भी मांग रहे हैं।
फेसबुक के पास होता है लोकेशन का डेटा
जकरबर्ग ने उस होटल का नाम बताने से इनकार कर दिया जिसमें वह ठहरे हुए थे लेकिन फेसबुक के जीपीएस से जुड़े होने के कारण सोशल नेटवर्किंग साइट के पास लॉग-इन किए गए यूजर्स का हर डाटा उपलब्ध रहता है।
एप के सहारे फेसबुक चलाने वाले यूजर्स आमतौर पर हमेशा लॉग-इन होते हैं। जकरबर्ग ने पिछले सप्ताह जिन लोगों को टेक्स्ट मैसेज किया था, उसका भी खुलासा नहीं किया था। लेकिन फेसबुक मैसेंजर का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के सभी रिकॉर्ड (टेक्स्ट मैसेज और कॉल) सोशल साइट के पास उपलब्ध रहता है। ऐसे में दुनिया भर में फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले करोड़ों लोगों की प्राइवेसी का हर दिन हनन होता है।
ब्रिटिश कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक से लोगों का डेटा चुराने का आरोप है। इन आंकड़ों का कथित तौर पर चुनावों में जनमत को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। कैंब्रिज एनालिटिका के तार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान से भी जुड़े हैं। इसके अलावा भारत के भी लाखों यूजर्स का डेटा लीक हुआ है। विवाद बढ़ने पर जकरबर्ग ने डेटा सुरक्षा को और दुरुस्त करने की बात कही थी।