इससे पहले कांग्रेस की तरफ से इसे कुछ चैनलों की फेक न्यूज बताया गया था। बीजेपी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी को घेर रही है। खास बात ये है कि चीनी एम्बेसी ने पहले तो राहुल और अपने राजदूत की मुलाकात की पुष्टि अपनी वेबसाइट पर की लेकिन बाद में इसे हटा दिया। बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हाराव ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि सरकार चीन के साथ मामले को डिप्लोमैटिक लेवल पर सुलझाने की कोशिश कर रही है लेकिन राहुल को आउट ऑफ टर्न जाने की आदत है। वो ये बताएं कि मीटिंग हुई भी थी या नहीं?
पहले कांग्रेस ने दी थी सफाई
राहुल के ट्वीट से पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सोमवार सुबह इसे कुछ चैनलों की हरकत बताया था। उन्होंने सरकार से पूछा था कि पिछले दिनों तीन केंद्रीय मंत्री चीन गए थे, इनके बारे में सरकार क्या कहेगी? मोदी ने भी जी 20 के दौरान चीन के राष्ट्रपति की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और आईबी ने यह खबर प्लान्ट की है। लेकिन सोमवार दोपहर को सुरजेवाला ने दूसरा बयान दिया। इसमें पुष्टि की गई कि राहुल और चीनी राजदूत के बीच मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष वक्त-वक्त पर कई राजदूतों से औपचारिक मुलाकात करते रहतें है। इस मामले को तूल नहीं दिया जाना चाहिए।
भारत-चीन सीमा विवाद
सिक्किम में भारत और भूटान को जोड़ने वाले एरिया में चीन सड़क बनाना चाहता है। भारत-भूटान इसका विरोध कर रहे हैं। करीब एक महीने से इस इलाके में दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। भारतीय सेना ने चीन को जवाब देने के लिए वहां अस्थाई तौर पर तंबू लगा दिए हैं। भारत सरकार इस मुद्दे को चीन के साथ बातचीत से सुलझाने की कोशिश कर रही है। इस बीच मीडिया में खबरें आईं कि राहुल गांधी ने 8 जुलाई को इस मुद्दे पर चीन के राजदूत लू झाओहुइ से मुलाकात की।
And for the record I am not the guy sitting on the swing while a thousand Chinese troops had physically entered India pic.twitter.com/THG4sULJJC
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 10, 2017