दरअसल छापेमारी के बाद सोमवार को हुर्रियत नेताओं ने एक बैठक बुलाई गई थी लेकिन बैठक में जाते वक्त हुर्रियत नेता यासीन मलिक को जम्मु-कश्मीर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद हुर्रियत ने अपनी बैठक को टाल दिया है।हुर्रियत के एक और अलगाववादी नेता मीरवाइज को भी नजरबंद किया गया है। वहीं हुर्रियत के वरिष्ठ नेता सैय्यद अली शाह गिलाली के घर सिर्फ उनके परिजनों को जाने की इजाजत दी गई है। गौरतलब है कि अली शाह को पहले से ही नजरबंद किया हुआ है। दरअसल पिछले दिनों एक टीवी चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में अलगाववादी नेताओं के पाकिस्तान से फंड लेने का खुलासा किया था। इसके बाद सामने आया था कि इन नेताओं की शह पर ही घाटी में दंगे होते हैं और इस काम के लिए फंडिंग पाकिस्तान करता है। खुलासा हुआ था कि रकम हवाला के जरिए भारत के कई शहरों से होती हुई घाटी में अलगाववादी नेताओं तक पहुंचती है। इसके बाद जांच एजेंसियों ने शनिवार और रविवार को देश के कई हिस्सों में छापेमारी कर की थी। इस छापेमारी में काफी बड़ी तादात में विदेशी करेंसी और हवाला का पैसा मिलने की बात सामने आई थी। इन छापों के बाद ही हुर्रियत नेताओं की गतिविधियों को संदिग्ध मानते हुए इन लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। बताया जा रहा है कि इन बड़े नेताओं के साथ साथ हुर्रियत के कई अन्य नेताओं पर भी सख्ती बरती गई है,बताया जा रहा है कि सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व वाले तहरीक ए हुर्रियत के प्रवक्ता अयाज अकबर और करीबी सहयोगी पीर सैफुल्ला के घर भी पर छापा मारा गया। इसके साथ ही जम्मू में एक कारोबारी के आवास और गोदाम पर भी छापेमारी की गयी जिसके बारे में एनआईए अधिकारियों का मानना है कि वह सीमा पार कारोबार घोटाले में संलिप्त है।
हुर्रियत के कई नेता नजरबंद, हिरासत में यासीन मलिक
देशभर में कई जगहों पर NIA की छापेमारी के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हुर्रियत के कई अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया है। गौरतलब है कि छापों के बाद कई अलगाववादियों के पाकिस्तान से फंड लेने के बात सामने आ रही है। इनके बाद पुलिस ने हुर्रियत के कई नेताओं को उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया है।
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