सीबीआई ने मंगलवार को कोर्ट में कहा कि गीतांजलि जेम्स का वाइस प्रेसिडेंट विपुल चितालिया पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, चितालिया की रिमांड मांगते वक्त सीबीआई ने यह बात कोर्ट में कही। इससे पहले सुबह के वक्त जांच एजेंसी ने चितालिया को बैंकॉक से लौटते ही मुंबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया था। बाद में इसे सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया।
CBI called Vipul Chitalia the mastermind of the fraud during remand proceedings.
— ANI (@ANI) March 6, 2018
कोर्ट ने चितालिया को 17 मार्च तक सीबीआई कस्टडी में भेज दिया है।
Vipul Chitalia sent to CBI custody till March 17th by Special CBI court. #PNBFraudCase
— ANI (@ANI) March 6, 2018
बता दें कि पीएनबी ने पिछले दिनों सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को करीब साढ़े ग्यारह हजार करोड़ रुपए के घोटाले के जानकारी दी। पीएनबी ने हाल ही में सीबीआई को बैंक में 1300 करोड़ के नए फ्रॉड की जानकारी दी थी। यह मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स से जुड़ा है। इस तरह पीएनबी फ्रॉड 12,672 करोड़ हो गया है। 2011 से 2018 के बीच हजारों करोड़ की रकम 297 फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई।
इस घोटाले के मुख्य आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीताजंलि जेम्स के मालिक मेहुल चौकसी हैं। दोनों देश छोड़कर जा चुके हैं।
सीबीआई ने अब तक 198 लोकेशन पर मारे छापे
14 फरवरी को सीबीआई ने पहली एफआईआर नीरव मोदी, उसकी पत्नी अमी, भाई निशाल और नीरव के मामा मेहुल चौकसी के खिलाफ दायर की थी। मोदी, उसकी फैमिली और चौकसी जनवरी में ही देश छोड़कर चले गए थे।
15 फरवरी को चौकसी के गीतांजलि ग्रुप के खिलाफ सीबीआई ने दूसरी एफआईआर दर्ज की। इसमें गीतांजलि द्वारा 4886.72 करोड़ के फ्रॉड की बात कही गई।
अब तक इस मामले में सीबीआई ने देश में 198 लोकेशन पर मारे गए छापे में 6 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की है और 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।
5 फरवरी को 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया
सोमवार को सीबीआई ने बैंक के जनरल मैनेजर (ट्रेजरी) एसके चंद से पूछताछ की। फायरस्टार के प्रेसिडेंट (फाइनेंस) विपुल अंबानी समेत 6 आरोपी सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किए गए। कोर्ट ने उन्हें 19 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। विपुल अंबानी रिलायंस ग्रुप के प्रमुख मुकेश अंबानी का चचेरा भाई है।
कब पुलिस कस्टडी में भेजा गया था विपुल अंबानी?
सीबीआई ने 20 फरवरी को फायरस्टार के प्रेसिडेंट (फाइनेंस) विपुल अंबानी, सीनियर एग्जीक्यूटिव अर्जुन पाटिल, असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव कविता मनकिकर, नक्षत्र के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर कपिल खंडेलवाल, मैनेजर नितेन शाही, जनरल मैनेजर राजेश जिंदल को गिरफ्तार किया।
21 फरवरी को विपुल अंबानी समेत अन्य आरोपियों को मुंबई में स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। यहां से इन्हें 5 मार्च तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा गया था।
पीएनबी घोटाला
बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी पर पीएनबी के साथ 12,700 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड का आरोप है। इसी घोटाले में अतिरिक्त 1,300 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का 26 फरवरी को खुलासा हुआ था।
सीबीआई ने 14 फरवरी को नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल मोदी, मेहुल चौकसी और उनकी कंपनियों डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलार डायमंड के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की थी। मोदी, उनका परिवार और चौकसी जनवरी के पहले सप्ताह में ही देश छोड़कर फरार हो गए थे। सीबीआई ने चौकसी के गीतांजलि समूह के खिलाफ 4,886.72 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को लेकर 15 फरवरी को दूसरी एफआईआर दर्ज की थी।
नीरव-मेहुल के खिलाफ गैर-जमानती वारंट
मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने 3 फरवरी को नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए। नीरव के वकील ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही। वहीं, नीरव ने एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) को मेल से जवाब भेजा। उसने लिखा, ''जिस तेजी से मुझ पर कार्रवाई की गई, लगता है कि अफसरों ने मेरे भाग्य का फैसला पहले ही तय कर लिया। कानून के हिसाब से मेरे जवाब पर विचार नहीं किया।''
ईडी ने नीरव को मेल कर जांच में शामिल होने के लिए भारत आने के लिए कहा है।