सीबीएसई पेपर लीक को लेकर पूरे देश भर में हलचल तेज है। छात्र जहां प्रदर्शन कर सरकार के सामने अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, वहीं इस मसले से विपक्षी दलों को सरकार को घेरने का एक मौका भी मिल गया है।
इस बीच पता चला है कि सीबीएसई को परीक्षा से पहले पेपर लीक से जुड़ा एक मेल मिला था था। साथ ही क्राइम ब्रांच को पता चला है कि12वीं का इकोनॉमिक्स का पेपर 10 व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक हुआ था। हर ग्रुप में करीब 50 लोग मौजूद थे।
#CBSEPaperLeak: The exam papers were circulated in 10 WhatsApp groups with more than 50 members each including private tutors, students and parents. Delhi Police Crime Branch is questioning admins of these WhatsApp groups.
— ANI (@ANI) March 30, 2018
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गणित के पेपर से जुड़ी शिकायत पर बोर्ड ने कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले सीबीएसई अध्यक्ष की आधिकारिक आईडी पर लीक के बारे में एक ई- मेल आया था। ईमेल भेजने वालेने कहा था कि गणित का पेपर व्हाट्सएप पर लीक हो गया है और इसे रद्द किया जाना चाहिए।
शिकायत के अनुसार, मेल में व्हाट्सएप पर कथित तौर पर लीक हुए गणित के पेपर की हाथ से लिखी प्रति भी अटैचमेंट के रूप में भेजी गई थी।
अब मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने सीबीएसई का 10 वीं कक्षा का गणित का और12 वीं कक्षा का इकॉनोमिक्स का पेपर लीक होने के संबंध में10 और लोगों से पूछताछ की और बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक से बातचीत की।
पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि सीबीएसई ने यह भी कहा है कि उसके अध्यक्ष को 10 वीं कक्षा का गणित का पेपर लीक होने के बारे में परीक्षा से एक दिन पहले एक ई- मेल मिला था।
गणित और इकॉनोमिक की परीक्षा क्रमश: 28 मार्च और 26 मार्च को हुई थी।
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मामले के संबंध में कल तक एक कोचिंग सेंटर के मालिक, 18 छात्रों और ट्यूशन पढ़ाने वाले कुछ शिक्षकों समेत 35 लोगों से पूछताछ की।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने कल सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक से दो घंटे तक बातचीत की ताकि परीक्षा कराने की प्रक्रिया समझी जा सके।
अधिकारी ने बताया कि प्रश्न पत्र कैसे तैयार होता है, प्रश्न पत्र कहां रखे जाते हैं और विभिन्न परीक्षा केंद्रों तक उन्हें कैसे वितरित किया जाता है, इसके बारे में चर्चा की गई।
दिल्ली पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं। इकॉनोमिक्स का पेपर लीक होने के संबंध में पहला मामला 27 मार्च को और गणित का पेपर लीक होने का मामला 28 मार्च को दर्ज किया गया। सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत पर ये मामले दर्ज किए गए।
ये मामले आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के आरोप में दर्ज किए गए हैं।