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दिल्ली के उपराज्यपाल का आदेश, गाजीपुर डंपिंग यार्ड में अब और नहीं गिरेगा कूड़ा

दिल्ली के गाजीपुर इलाके में शुक्रवार को कूड़े के पहाड़ का हिस्सा टूटकर गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है। हादसे के अगले दिन शनिवार को भी यहां राहत-बचाव कार्य जारी हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल का आदेश, गाजीपुर डंपिंग यार्ड में अब और नहीं गिरेगा कूड़ा

शुक्रवार को गाजीपुर डंपिंग ग्राउंड में हुए हादसे के बाद शनिवार को दिल्ली के उपराज्यपाल ने ईडीएमसी, डीडीए और एनएचएआई के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई। बैठक के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शनिवार को आदेश जारी कर गाजीपुर के डंपिंग ग्राउंड में कूड़ा डालने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही, दो साल के भीतर उस पूरे क्षेत्र को खाली करने का भी आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि कूड़ा डालने के लिए केवल भलसवा के डंपिग ग्राउंड का ही उपयोग करने का आदेश दिया।   

उपराज्यपाल ने ये आदेश पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर, नेशनल हाईवे अथॉर्टी ऑफ इंडिया और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद जारी किया. इसके अलावा एनएचएआई ने नवंबर से बनने वाले सर्विस रोड़ के लिए वहां से कूड़ा उठाना शुरू कर दिया है।

बता दें कि पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर के पास कूड़े का एक बड़ा हिस्सा शुक्रवार को कोंडली नहर में गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है। मौके पर पहुंची रेसक्यू टीम द्वारा बचाव कार्य आज भी जारी है। मलबे की चपेट में आने से सड़क से सटी 4-5 गाड़ियां कोंडली नहर में गिर गईं।

शुक्रवार को हुए इस हादसे के बाद एसडीएम अजय अरोरा ने बताया कि हादसे में 2 की मौत हो गई है, वहीं 5 लोगों को बचा लिया गया है। फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम बचाव और राहत कार्य में जुटी हुई है। 

हादसे के बाद पूर्वी दिल्ली के सांसद मेहश गिरी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह गंभीर चिंता का विषय है, एलजी के साथ लैंडफिल स्थानांतरण के बारे में बात की है। इसके अलावा मृतकों के लिए मुआवजे की मांग को भी उन्होंने मान लिया है।

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को घटनास्थल का मुआयना किया। केजरीवाल ने हादसे वाली जगह पहुंचकर कहा, "लैंडफिल साइट को बंद करने के लिए दिल्ली सरकार दवाब बनाएगी। केजरीवाल ने मौके का मुआयना करने के बाद ट्वीट भी किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, "ये मानव निर्मित आपदा है। यह अपराध है। एमसीडी सोलिड वेस्ट के निस्तारण के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग क्यों नहीं करती है?"

गौरतलब है कि गाजीपुर में कचरे का लैंडफिल साइट है जहां दिल्ली के कई इलाकों का कचरा डाला जाता है। कचरे के ढेर की वजह से यहां पहाड़ बन गया है। कचरे के इस ढेर को लेकर पूर्ण निस्तारण की कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है। इस वजह से आसपास के लोगों को भी तरह-तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।

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