फरवरी में महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा में जिला परिषद चुनाव हुआ था। इस दौरान लोनार के सुल्तानपुर गांव के एक पोलिंग स्टेशन पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिली।समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने बताया कि हर बार जब मतदाता ‘नारियल’ चुनाव चिह्न के सामने का बटन दबा रहे थे, तब कमल के फूल के निशान (भाजपा) के सामने की लाइट जल रही थी। इस बात को निर्वाचन अधिकारी ने ज़िला कलेक्टर को बताया। यह बात आरटीआई के जवाब में उनके द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में बताई गई है।
अनिल का कहना है कि उन्होंने एक निर्दलीय मतदाता आशा अरुण जोरे की ईवीएम गड़बड़ी की शिकायत के बाद 16 फरवरी को हुए इस चुनाव के बारे में निर्वाचन अधिकारी की जांच रिपोर्ट जानने के लिए जून महीने में एक आरटीआई दाखिल की थी।
क्या था आरटीआई का जवाब?
अनिल के मुताबिक, उन्हें आरटीआई के जवाब में बताया गया कि बुलढ़ाणा इलेक्शन डिपार्टमेंट की ओर से जवाब दिया गया कि लोनार शहर के सुल्तानपुर में 56 नंबर पोलिंग स्टेशन में जब मतदाता प्रत्याशी नंबर 1 के सामने नारियल चिह्न का बटन दबा रहे थे तब प्रत्याशी संख्या 4 के कमल के फूल के निशान वाले बटन की लाइट जल रही थी, जिसका अर्थ था कि वोट 1 नंबर वाले की बजाय 4 नंबर वाले प्रत्याशी को गया है।
चुनाव रद्द
डीएम के पास कई और शिकायतें पहुंचने के बाद पोलिंग स्टेशन को बंद कर दिया गया और खराब ईवीएम मशीन की जगह दूसरी ईवीएम मशीन लगाई गई। हालांकि इस मामले को मतदान के दिन सुबह दस बजे ही रिपोर्ट किया गया पर इस पर चुनाव अधिकारी द्वारा संज्ञान दोपहर में लिया गया। उस वक्त तक काफी संख्या में मतदान हो चुका था। बाद में चुनाव रद्द कर दिया गया।
ईवीएम फ्रॉड हो सकता है...
अनिल गलगली के मुताबिक, यह मामला साफ दिखाता है कि ईवीएम फ्रॉड हो सकता है। यह बात पहले मतदाताओं ने बताई, बाद में जिसकी पुष्टि निर्वाचन अधिकारी सहित कई अन्य अधिकारियों ने भी की और जांच रिपोर्ट कलेक्टर को भेजी।