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जेएनयू विवाद: उमर और दो अन्य निष्कासित, कन्हैया पर लगा जुर्माना

जेएनयू प्रशासन ने 9 फरवरी को विश्वविद्यालय परिसर में हुए एक विवादास्पद कार्यक्रम के मामले में कार्रवाई करते हुए उमर खालिद और दो अन्य छात्रों को अलग-अलग अवधि के लिए निष्कासित कर दिया और कन्हैया कुमार पर 10,000 रूपये का जुर्माना लगाया है।
जेएनयू विवाद: उमर और दो अन्य निष्कासित, कन्हैया पर लगा जुर्माना

अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के खिलाफ विश्वविद्यालय परिसर में नौ फरवरी को हुए आयोजन के सिलसिले में उमर को एक सेमेस्टर और अनिर्बान भट्टाचार्य को 15 जुलाई तक तथा मुजीब गट्टू को दो सेमेस्टर के लिए निष्कासित किया गया है। फैसले के मुताबिक भट्टाचार्य पर अगले पांच साल में जेएनयू में कोई भी पाठ्यक्रम करने पर रोक लगाया गया है। साथ ही दो पूर्व छात्राओं, बनज्योत्सना लाहिड़ी और द्रौपदी पर परिसर में पाबंदी लगाई गई है जबकि एक साल के लिए आशुतोष कुमार को तथा कोमल मोहिते को 21 जुलाई तक छात्रावास की सुविधा से बेदखल कर दिया गया है। जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया, उमर और अनिर्बान को विवादित कार्यक्रम के मामले में देशद्रोह के आरोप में फरवरी में गिरफ्तार किया गया था और अभी वह जमानत पर हैं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर व्यापक विरोध हुआ था।

 

विवादित कार्यक्रम की जांच के लिए विश्वविद्यालय द्वारा गठित एक कमेटी ने कार्यक्रम को लेकर आपत्ति जताने वाले एबीवीपी सदस्य सौरभ शर्मा को आयोजन के दिन यातायात रोकने का दोषी पाया और उनपर 20,000 रूपये का जुर्माना लगाया है। आश्चर्यजनक है कि एक अन्य ऐश्वर्या अधिकारी पर भी उतना ही जुर्माना लगाया गया है जबकि उनका नाम रिपोर्ट में नहीं था। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, गवाही, वीडियो क्लिप्स देखने, रिकार्ड पर दस्तावेजों की जांच के बाद उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय ने तीनों छात्रों को निष्कासित करने का फैसला किया। अधिकारी ने बताया, अनिर्बान भट्टाचार्य को 15 जुलाई तक निष्कासित किया गया है और वह अगले पांच साल तक कोई पाठ्यक्रम नहीं कर पाएंगे या कैंपस में किसी भी गतिविधि में भागीदारी नहीं करेंगे। उमर खालिद को एक सेमेस्टर तथा मुजीब गट्टू को दो सेमेस्टर के लिए निष्कासित किया गया है। उन्होंने बताया कि कन्हैया सहित 14 छात्रों पर जुर्माना लगाया गया। पांच सदस्यीय पैनल ने प्रशासन की तरफ से हुई भूल तथा आयोजन में बाहरी लोगों की भूमिका की ओर भी इशारा किया है। हालांकि किसी भी प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।

 

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