जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर आज उस समय कुछ लोगों ने हमला कर दिया जब उनकी पेशी के लिए पुलिस उन्हें अदालत लेकर पहुंची। बताया जा रहा है कि कुछ वकीलों के एक समूह ने कन्हैया पर अचानक से हमला कर दिया जिसकी वजह से वह जमीन पर गिर पड़ा। बता दें कि हमले के समय अदालत के अंदर और बाहर भारी पुलिस व्यवस्था थी उसके बावजूद कन्हैया पर जानलेवा हमला हुआ। इससे थोड़ी ही देर पहले वकीलों के एक समूह ने अदालत परिसर में मार्च करते हुए जमकर नारेबाजी की और उसी दौरान वहां मौजूद एक पत्रकार की जमकर पीटाई कर दी। इस घटना की जानकारी मिलने पर सख्त रुख अपनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 6 वरिष्ठ वकीलों की एक टीम को पटियाला हाउस अदालत की स्थिति का जायजा लेने भेजा। बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट रूम को खाली करवा कर सुनवाई करने को कहा है। मिली जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त को भी तलब किया है।
वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने तत्काल इस घटना की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को दी जिसपर उच्चतम न्यायालय ने सख्त रुख अपनाते हुए कुछ वकीलों के एक दल को पटियाला हाउस कोर्ट की जमीनी स्थिति का पता लगाने के लिए पुलिस सुरक्षा में भेजा। अदालत ने दिल्ली पुलिस के वकील को पटियाला हाउस की स्थिति का पता लगाने और दस मिनट के अंदर उसके बारे में उसे सूचित करने को कहा। न्यायालय ने वकील से कहा कि वे दिल्ली पुलिस आयुक्त से हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहें, चाहे वे किसी भी पेशे के हों। साथ ही अदालत ने कहा कि वह पटियाला हाउस अदालत परिसर की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक स्थानीय आयुक्त नियुक्त कर सकता है।
बता दें कि बुधवार की सुबह ही सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अदालत परिसर में छात्रों शिक्षकों और पत्रकारों के साथ हुई मारपीट के संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस को अदालत परिसर की सुरक्षा सख्त करने को कहा था। साथ ही अदालत ने कोर्ट रुम के अंदर वकीलों और लोगों की संख्या भी सीमित कर दी थी। उसके बावजूद आज कन्हैया पर अदालत में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हमला हुआ। यही नहीं इससे ठीक पहले अदालत परिसर में वकीलों के एक समूह ने जमकर नारेबाजी की और एक पत्रकार समेत कुछ वकीलों से हाथापाई भी की।