ओडिशा से एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है। अपनी अच्छाई के लिए वरना आजकल निगेटिव चीजें ही ज्यादा वायरल होती हैं और लोगों को उसमें दिलचस्पी भी होती है।
कई बार शिकायतें होती हैं कि डॉक्टर ग्रामीण इलाकों में काम नहीं करना चाहते या सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। लेकिन सामान्यीकरण से बचना चाहिए क्योंकि हर किसी पर यह बात नहीं लागू होती।
मल्कानगिरी जिले के एक सुदूर गांव में एक डॉक्टर ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए प्रेग्नेंट महिला की डिलीवरी में मदद की। डिलीवरी के बाद महिला की स्थिति खराब होने पर डॉक्टर महिला को खुद ही पैदल 8 किलोमीटर तक चलकर हॉस्पिटल तक लेकर गए।
Odisha:Doctor helped woman deliver baby in Sarigeta,later traveled on foot carrying her for 8 kms to reach hosp due to bad road connectivity pic.twitter.com/axtNZnk9sw
— ANI (@ANI) November 3, 2017
मल्कानगिरी जिले के चित्राकोंडा ब्लॉक के सारीगेता गांव में एक महिला प्रेग्नेंट थी। गांव से 8 किलोमीटर दूर अस्पताल के डॉक्टर ओमकार होता ने लेबर पेन होने की जानकारी मिलने पर फौरन वहां के लिए रवाना हो गए। रोड कनेक्टिविटी की सुविधा नहीं होने से सुदूर गांव तक वह अपने एक अटेंडेंट के साथ ही पहुंच गए।
गांव पहुंचने पर उन्होंने देखा कि महिला के शरीर से काफी खून बह गया। इसको देखते हुए महिला की डिलीवरी गांव में ही कर दी गई और इसके बाद हालत बिगड़ने पर उसे लेकर पैदल ही हॉस्पिटल ले जाने का फैसला किया। गांव वालों के इंकार करने पर डॉक्टर महिला को खाट सहित लेकर पैदल ही हॉस्पिटल की तरफ चल दिए।
अस्पताल में इलाज के बाद महिला और बच्चे दोनों की हालत काफी बेहतर है।
वायरल ही करना है तो ऐसी बातें वायरल कीजिए, जिससे इंसानियत पर भरोसा कायम हो।