मोबाइल नंबर को आधार कार्ड से लिंक करना सरकार ने अनिवार्य कर दिया है। इस काम के लिए सरकार ने फरवरी, 2018 तक का समय दिया है। अगर उससे पहले आधार और मोबाइल नंबर लिंक नहीं होते हैं तो आपका नंबर बंद हो सकता है।
दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने आधार को मोबाइल नंबर से लिंक करने के लिए बुधवार को तीन नए तरीकों का ऐलान किया है।
@DoT_India has introduced three new methods to link the registered mobile number with Aadhaar i.e. OTP based, App based & IVRS facility/1 pic.twitter.com/dLHkI9a4rT
— Manoj Sinha (@manojsinhabjp) October 25, 2017
आपको इस काम के लिए आधार एनरोलमेंट सेंटर में जाना पड़ता था लेकिन ये काम अब घर बैठे किया जा सकता है। दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने इनकी जानकारी दी है।
पहला तरीका - ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड)
अगर आपका एक मोबाइल नंबर आधार के साथ पहले ही रजिस्टर्ड है और आप दूसरा मोबाइल नंबर रजिस्टर करना चाहते हैं, तो यह काम अब आप ओटीपी के जरिए घर बैठे ही कर सकते हैं।
दूसरा तरीका - ऐप के माध्यम से
मोबाइल कंपनियां अपनी वेबसाइट व विशेष ऐप के जरिये यह सुविधा देंगी। इस पर रजिस्ट्रेशन के बाद ओटीपी आएगा। इसे एंटर करने के बाद आपका नंबर आधार से लिंक हो जाएगा।
तीसरा तरीका - आईवीआरएस वेरीफिकेशन
मनोज सिन्हा ने बताया कि वन टाइम पासवर्ड के अलावा ग्राहक चाहें, तो इंटरेक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स सिस्टम (आईवीआरएस) की मदद से भी सिम रजिस्टर करवा सकते हैं।
इसके लिए भी उन्हें टेलिकॉम कंपनी की वेबसाइट या विशेष ऐप पर खुद रजिस्टर करना होगा। इसके बाद आईवीआरएस कॉल से सारी जानकारी वेरीफाई करने के बाद आधार को मोबाइल नंबर से लिंक कर दिया जाएगा।
घर-घर वेरीफिकेशन करने आएंगे मोबाइल कंपनियों के कर्मचारी
टेलीकॉम कंपनियों के कर्मचारी ग्राहकों के घर जाकर मोबाइल को आधार से लिंक करेंगे। ओटीपी की पूरी प्रक्रिया समझाएंगे। हालांकि सिर्फ बुजुर्गों और बीमार लोगों को ध्यान में रखकर दूरसंचार मंत्रालय ने इसका सुझाव दिया है।
जिन बुजुर्गों के फिंगर प्रिंट्स नहीं आते, उनकी पुतलियों के निशान लिए जाएंगे। आउटलेट्स पर डिवाइस लगेंगे।
एजेंट ग्राहक का ई-केवाईसी ब्यौरा ना देख सके, ना किसी डिवाइस में स्टोर कर सके, ऐसी व्यवस्था कंपनियां करेंगी। अभी पूरा डेटा इन्हें दिखता है।