राज्यसभा में रेड के मुद्दों पर विपक्ष के आरोपों के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जहां पर कांग्रेस के विधायक छुपे हैं, वहां पर कुछ नहीं हुआ है। सिर्फ एक मंत्री के घर पर छापा पड़ा है, रिजॉर्ट पर छापा नहीं पड़ा है। जेटली ने कहा कि रेड सिर्फ वहीं नहीं, बल्कि 39 जगहों पर पड़े हैं। वित्त मंत्री ने अंत में कहा कि इस कार्रवाई को गुजरात के किसी चुनाव या राजनीति से जोड़कर नहीं बल्कि आर्थिक अपराध के खिलाफ हुई कार्रवाई के तौर पर देखा जाना चाहिए।
No search has taken place in the resort as such and no MLA was searched, only one particular Ktka minister was searched: Arun Jaitley in RS
— ANI (@ANI_news) August 2, 2017
इससे पहले कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि इस छापे की टाइमिंग और जगह सवाल खड़े करती है। उन्होंने कहा कि ये कोई संजोग नहीं है कि इस तरह के छापे पड़े। वहीं, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि विधायकों को डराने धमकाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है। ये लोकतंत्र के खिलाफ है। 15 करोड़ रुपये का ऑफर देने का आरोप आपकी (भाजपा) पार्टी पर है हमारी पार्टी पर नहीं, तो रेड भी उन पर करो। कोई भी चुनाव बिना भय के और निष्पक्ष होना चाहिए। डर और भय एक राज्य से दूसरे राज्य तक भी पहुंच गया। वहां भी पीछा नहीं छोड़ा।
Conduct raids on residences of those people from your party (BJP) who are offering Rs 15 crores: Ghulam Nabi Azad,Congress in Rajya Sabha pic.twitter.com/VN50Arkyny
— ANI (@ANI_news) August 2, 2017
आजाद ने कहा कि इस तरह के माहौल से राज्यसभा के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। चुनाव आयोग को सही चुनाव करवाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
सदन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा कि पहले गुजरात में डराया और अब बेंगलुरु में डरा धमका रहे हैं। एक राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक बदले की कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि बुधवार सुबह 7 बजे आयकर विभाग ने ईगलटन रिजॉर्ट पर छापेमारी की। इस दौरान विभाग ने कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के ठिकानों पर भी छापामारी की कार्रवाई की है। पिछले दिनों गुजरात कांग्रेस के 44 विधायकों को बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट में भेजा गया था।