विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति को दोहराते हुए कहा कि आतंकवादी अगर पाकिस्तान में गहराई तक छिपे होंगे, तो भारत भी वहां तक पहुंचेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और आतंकियों को उनके ठिकानों पर जाकर जवाब देगा। यह बयान मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया, जहां जयशंकर ने भारत की विदेश नीति और सुरक्षा रणनीति पर बात की।
जयशंकर ने कहा, "आतंकवादी किसी सीमा के नियमों को नहीं मानते। अगर वे सोचते हैं कि वे पाकिस्तान में सुरक्षित हैं, तो हमारी नीति स्पष्ट है—वे जहां भी हों, हम उन तक पहुंचेंगे।" उन्होंने 2019 के बालाकोट हवाई हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने पहले भी दिखाया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है। यह बयान हाल के दिनों में सीमा पार से बढ़ती आतंकी गतिविधियों के बीच आया है।
विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत की नीति अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि सक्रिय है। उन्होंने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है। हम न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा करेंगे, बल्कि जरूरत पड़ने पर सीमा पार भी कार्रवाई करेंगे।" जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत का यह रुख अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संदेश देता है।
इस बयान पर विपक्ष ने भी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने सरकार से पूछा कि क्या यह बयान केवल बयानबाजी है या इसके पीछे ठोस रणनीति है। इस बीच, सोशल मीडिया पर जयशंकर के इस रुख की सराहना हो रही है, जहां लोग इसे भारत की मजबूत विदेश नीति का प्रतीक मान रहे हैं।