कर्नाटक राजभवन परिसर में बम रखे होने और उसमें किसी भी समय विस्फोट होने की सूचना मिलने के बाद बेंगलुरु पुलिस ने गहन जांच की लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। खबर सामने आने के बाद एनआईए नियंत्रण कक्ष ने तुरंत बेंगलुरु शहर पुलिस नियंत्रण कक्ष (112) को कॉल के बारे में सतर्क किया। शहर की पुलिस हरकत में आई और बम निरोधक दस्ते (बीडीएस), खोजी कुत्ते दस्ते को ऑपरेशन में लगाया।
पुलिस ने राज्यपाल के आधिकारिक आवास के चारों ओर छानबीन की और अंत में इस निष्कर्ष पहुंची कि यह फर्जी कॉल थी। राजभवन के सूत्रों के मुताबिक, फोन कॉल महाराष्ट्र की सीमा से सटे कर्नाटक के उत्तरी जिले बीदर से की गई थी।
राजभवन के एक अधिकारी ने मंगलवार को ‘पीटीआई’ को बताया, ‘‘जांच से पता चला कि फोन कॉल बीदर से की गई थी। कॉल के बाद फोन बंद हो गया। पुलिस कॉल करने वाले का पता लगाने की कोशिश कर रही है।"
उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल इस समय बेलगावी में हैं. बेंगलुरु के पुलिस उपायुक्त (पश्चिम डिवीजन) शेखर एच टेक्कन्नावर ने कहा कि एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) नियंत्रण कक्ष में आधी रात को एक अज्ञात फोन कॉल आया, जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस को सूचित किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘गहन तलाशी के बाद कुछ नहीं मिला। हम मामले की जांच कर रहे हैं। अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।"
हाल ही में ईमेल के जरिए बेंगलुरु के स्कूलों को बम की धमकी मिलने से छात्रों और अभिभावकों में दहशत फैल गई थी। मामले में खुलासा होने से पहले ही एक और फर्जीवाड़े ने पुलिस विभाग के लिए चुनौती खड़ी कर दी है।