शनिवार यानी 25 नवंबर की रात को केरल के एर्नाकुलम जिले में कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी) में भगदड़ में चार लोगों की मौत हो गई। उनमें से तीन विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के छात्र थे, जबकि चौथा व्यक्ति पलक्कड़ का मूल निवासी था जो घटना के समय विश्वविद्यालय में था। वहीं आज, कॉलेज के तीन मृत छात्रों को श्रद्धांजलि दी गई। हालांकि वो कारण है जिसके वजह से जानलेवा भगदड़ मची?
#WATCH | Kerala | Bodies of three of the deceased kept at CUSAT for students to pay tribute.
Four students died and several others were injured in a stampede at CUSAT University in Kochi yesterday. The accident took place during a music concert that was held in the open-air… pic.twitter.com/3JcQWy5L9z
— ANI (@ANI) November 26, 2023
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना सीयूएसएटी परिसर के एक एम्फीथिएटर में गायिका निखिता गांधी के एक संगीत कार्यक्रम से पहले हुई, जो वार्षिक कॉलेज उत्सव 'धिशना' में शामिल होने के लिए आईं थीं। कॉन्सर्ट में प्रवेश प्रतिबंधित था। हालांकि, जैसे ही शनिवार रात को बारिश शुरू हुई, जो लोग बाहर खड़े थे, वे आश्रय लेने के लिए एम्फीथिएटर में भाग गए। कथित तौर पर, सभागार की सीढ़ियों पर खड़े कई लोग गिर गए और भीड़ ने उन्हें कुचल दिया।
ओनमनोरमा (OnManorma) के अनुसार, कथित तौर पर 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं और कम से कम दो की हालत गंभीर भी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए केरल सरकार ने कोचीन विश्वविद्यालय के उत्सव में भगदड़ की जांच का आदेश दिया है।
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एम आर अजित कुमार का कहना है, "संदेह है कि स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा एक कॉलेज समारोह आयोजित किया जा रहा था। आमंत्रित लोगों को काली टी-शर्ट में आने के लिए कहा गया था...लेकिन अचानक बारिश के कारण कई लोग जो साइट पर थे, दर जाने की कोशिश कर रहे थे। अचानक जो लोग सीढ़ियों पर थे वे नीचे गिर गए और लोग उनके ऊपर से गुजर गए... चार लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया, और अन्य चार गंभीर रूप से घायल हो गए... इसके अलावा, आसपास मेडिकल कॉलेज में कुल 46 लोगों के घायल होने की सूचना है।”
जबकि प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चला कि भगदड़ निकिता गांधी के प्रदर्शन के दौरान हुई थी। अधिकारियों ने बाद में कहा कि जब त्रासदी हुई तो गायिका ने अपना प्रदर्शन शुरू नहीं किया था। बाद में गायिका ने एक फेसबुक पोस्ट में अपना दुख और दुख व्यक्त किया। इस बीच, महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष सारदा ने कहा, "कतार बेकाबू थी...बारिश के कारण वे तेजी से अंदर घुसे। पहले कुछ गिरे फिर कुछ उनके ऊपर गिरे। जब तक हम यहां पहुंचे, छात्रों को एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल ले जाया चुका था।"
वहीं इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यह गजट शाम करीब 6:50 बजे हुआ। जब मैं यहां पहुंचा तो तीन से चार छात्रों को अस्पताल ले जाया गया... बूंदाबांदी हो रही थी। छात्र दौड़कर अंदर आए और तेज कदमों और धक्का-मुक्की के कारण यह हुआ।