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मेक इन इंडिया' 21वीं सदी की जरूरत, दूसरे देशों पर निर्भरता कम करने की आवश्यकता: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'विश्व के लिए मेक इन इंडिया' पर बजट के बाद आयोजित वेबिनार में भाग लिया।...
मेक इन इंडिया' 21वीं सदी की जरूरत, दूसरे देशों पर निर्भरता कम करने की आवश्यकता: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'विश्व के लिए मेक इन इंडिया' पर बजट के बाद आयोजित वेबिनार में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने इस वेबिनार को वर्चुअल तरीके से संबोधित किया। इस कार्यक्रम में पीएम ने मेक इन इंडिया और महामारी जैसे विषयों पर अपनी बात रखी।

इस कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम ने कहा, "मेक इन इंडिया अभियान आज 21वीं सदी के भारत की आवश्यकता है और ये हमें दुनिया में अपना सामर्थ्य दिखाने का अवसर भी देता है। जब इतने बड़े संकट सामने होते हैं और परिस्थितियां बदतली हैं तो मेक इन इंडिया की जरूरत पहले से ज़्यादा होती है।"

उन्होंने आगे कहा कि हमारे स्वदेशी उत्पादों की ब्रांडिंग में 'मेड इन इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' विशेषताओं को भी उजागर करना चाहिए। इससे हमारे उत्पादों की बिक्री में मदद मिलेगी।

पीएम ने कहा, "इस बजट में, हमने क्रेडिट सुविधा और प्रौद्योगिकी उन्नयन के साथ एमएसएमई को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया है।/सरकार ने एमएसएमई के लिए 6,000 करोड़ रुपये के एक नए कार्यक्रम की घोषणा की है। किसानों और बड़े उद्योगों के लिए रेलवे के नए लॉजिस्टिक उत्पाद भी विकसित किए जाएंगे।"

उन्होंने कहा, "भारत जैसा विशाल देश सिर्फ एक बाज़ार बनकर रह जाए तो भारत न तो कभी प्रगति कर पाएगा और न ही हमारी युवा पीढ़ी को अवसर दे पाएगा। वैश्विक महामारी के दौर में हम देख रहे हैं कि विश्व में सप्लाई चेन किस तरह तहस-नहस हुई है।"

पीएम मोदी ने वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि हम इलेक्ट्रिक वाहनों में लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है, ऐसे में भारत इसमें अहम भूमिका है. चिकित्सा उपकरणों में ‘मेक इन इंडिया' को बढ़ावा दे सकते हैं।


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