प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि ‘पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान’ भारत के बुनियादी ढांचे में क्रांतिकारी बदलाव लाने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में उभरा है तथा इससे विभिन्न क्षेत्रों में तेज और अधिक प्रभावी विकास हुआ है।
पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान (पीएमजीएस-एनएमपी) विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए 13 अक्टूबर 2021 को शुरू किया गया था।
पीएम गतिशक्ति आर्थिक वृद्धि और सतत विकास के लिए एक परिवर्तनकारी पहल है जो सात ‘इंजनों’ - रेलवे, सड़क, बंदरगाह, जलमार्ग, हवाईअड्डे, बड़े पैमाने पर परिवहन और लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे द्वारा संचालित है।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान भारत के बुनियादी ढांचे में क्रांति लाने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में उभरा है। इसने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में तेज और अधिक प्रभावी विकास हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि विभिन्न हितधारकों के निर्बाध एकीकरण से लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा मिला है, विलंब कम हुआ है और कई लोगों के लिए नए अवसर उत्पन्न हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘गतिशक्ति के कारण भारत विकसित भारत के हमारे सपने को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह प्रगति, उद्यमशीलता और नवाचार को प्रोत्साहित करेगा।’’
मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को भी टैग किया। गोयल ने इस पहल के तीन साल पूरे होने पर इसकी सराहना की।
गोयल ने कहा, ‘‘आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान शुरू किए तीन साल पूरे हो गए हैं। लॉजिस्टिक्स को सुव्यवस्थित करने और कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाकर, यह अग्रणी पहल तेजी से और अधिक कुशल परियोजना कार्यान्वयन सुनिश्चित करती है।’’
उन्होंने कहा कि यह एक आधुनिक, परस्पर जुड़े बुनियादी ढांचे के नेटवर्क को विकसित करने, विकसित भारत के निर्माण के दृष्टिकोण को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।