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हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर, तीन लोगों की मौत और 40 लापता, गृह मंत्री शाह ने सीएम सुक्खू से की बात

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की दो घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गयी तथा करीब 40 लोग लापता हो गए हैं।...
हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर, तीन लोगों की मौत और 40 लापता, गृह मंत्री शाह ने सीएम सुक्खू से की बात

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की दो घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गयी तथा करीब 40 लोग लापता हो गए हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि बारिश के कारण कई मकान बह गए और सड़कें तथा दो जल विद्युत परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हो गयी हैं।

शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शिमला में रामपुर उपमंडल के समाघ खुद (नाला) में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गयी तथा 28 अन्य लापता हो गए हैं। दो लोगों को घटनास्थल से बचाया गया है।

सूत्र ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी भारी बारिश और बादल फटने के बाद हिमाचल प्रदेश के मंडी में स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। उन्होंने शीर्ष अधिकारियों से प्रभावितों को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने को कहा है। राहत कार्य जोरों से चल रहा है।

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि बादल फटने की घटना देर रात करीब एक बजे हुई।  उन्होंने बताया कि सड़कों के बह जाने के कारण बचाव अभियान चुनौतीपूर्ण हो गया है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सड़कें बह गयी हैं और इलाके में एक जल विद्युत परियोजना भी क्षतिग्रस्त हो गयी है। बादल फटने की वजह से मंडी के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान को आज बंद कर दिया गया है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात कर वहां के हालात की जानकारी ली और केंद्र सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।

हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ट्वीट किया, "शिमला की रामपुर तहसील, मंडी ज़िले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से अधिक लोगों के लापता होने का अत्यंत दुखद समाचार मिला। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होम गार्ड और फायर सर्विसेज की टीमें राहत, खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य को सुचारु रूप से करने के निर्देश दिये गए हैं। मैं अधिकारियों से संपर्क में हूँ और राहत व बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहा हूँ। राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।'

हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बादल फटने से भारी नुकसान और जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के बाद केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात कर जानकारी ली और केंद्र सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। जेपी नड्डा ने पूर्व सीएम और एलओपी जयराम ठाकुर और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से भी बात की और सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में जुटने का निर्देश दिया।

विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, 'बीती रात भारी बारिश के कारण जिला मण्डी के थलटूखोड़ के समीप राजमण गांव में जानमाल की क्षति और निरमंड के अंतर्गत समेज, बागीपुल क्षेत्रों में कई भवन एवं मकान बहने तथा कई लोगों के लापता होने वाली खबर सुनकर मन बहुत दुखी है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें तथा लापता लोग सकुशल हों, दुख की इस घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा हूं। राज्य सरकार से भी मेरा निवेदन है कि कल रात पूरे प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण हो रही तबाही में घटना स्थलों पर युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य करवाएं।'

अमित शाह ने सीएम सुक्खू से की बात, हर मदद देने का आश्वासन

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री  अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से फोन पर बात कर राज्य में बादल फटने से हुए उत्पन्न हुई स्थिति की जानकारी ली। गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए एनडीआरएफ की तैनाती सहित केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
 
सीएम सुक्खू खुद कर रहे राहत व बचाव कार्यों की निगरानी 
 
वहीं, सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि शिमला की रामपुर तहसील, मंडी जिले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से अधिक लोगों के लापता होने का दुखद समाचार मिला है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ पुलिस, होम गार्ड और दमकल की टीमें राहत, खोज और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य को सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं। मैं अधिकारियों से संपर्क में हूं और राहत व बचाव कार्यों की निगरानी कर रहा हूं।  राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि राज्य में भारी बारिश और बादल फटने के कारण व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में सड़क संपर्क बाधित हुआ है। वाहनों के गुजरने के लिए बनाए चार पुल और पैदल पुल बह गए हैं, बचाव अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सेब की फसल भी बर्बाद हो गयी है।

 

घटनास्थल पर मौजूदा उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, पुलिस और होम गार्ड ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

 

मंडी जिले के पधर में थालटूखोद इलाके में बादल फटने की एक अन्य घटना में बुधवार रात को एक व्यक्ति की मौत हो गयी तथा नौ अन्य लापता हो गए। कुछ मकान ढह गए हैं और सड़क संपर्क बाधित हो गया है। मंडी जिला प्रशासन ने भारतीय वायु सेना और एनडीआरएफ से मदद मांगी है।

 

ब्यास नदी के उफान पर होने के कारण चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। कुल्लू के भागीपुल में भी मकानों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही हैं और पार्वती नदी तथा मलाना खुद में बाढ़ के कारण कुल्लू के भुंटार इलाके में भी अलर्ट जारी किया गया है।

 

मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण टूट या है और ब्यास नदी का पानी मंडी के पंडोह में कुछ घरों में घुस गया है। कुछ लोगों के लापता होने तथा इलाके में मकानों तथा दुकानों के ढह जाने की भी सूचना है।

 

अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है और प्राधिकारियों का पूरा ध्यान बचाव एवं राहत अभियानों पर है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बादल फटने के बाद सचिवालय में एक आपात बैठक बुलायी है।

 

 

 

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