मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान की अशोक गहलोत की सरकार खतरे में है। शनिवार रात से ही कांग्रेस के 24 विधायकों के हरियाणा के एक होलट में जाने की खबर सामने आ रही है। वहीं, कई विधायकों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिले। राजस्थान में तेजी से बदलते इस राजनितिक घटनाक्रम ने मध्य प्रदेश की यादें ताजा कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर में देर रात बैठक की। आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में सुबह 9 बजे तक पूरी तरह सन्नाटा देखने को मिला। होटल के मुख्य द्वार पर सीआईडी तथा सीआईए के जवान पूरी तरह से नदारद दिखे, लेकिन तकरीबन साढे़ 9 बजे फिर से हलचल शुरू हो गई।
खबर यही मिल रही है कि राजस्थान कांग्रेस के दर्जन भर से अधिक विधायक शनिवार से आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में रुके हुए हैं। देर रात यहां कुछ निर्दलीय व भाजपा के विधायकों के पहुंचने की खबरें मिल रही थी, लेकिन राजस्थान सरकार द्वारा सीमाओं को सील करने के बाद देर रात यहां विधायक नहीं पहुंच सके। कुल मिलाकर राजस्थान सरकार को गिराने की कवायद अभी ठंडी नहीं पड़ी है। आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में कर्नाटक तथा मध्य प्रदेश की सरकारों को गिराने की रणनीति तैयार की गई थी। भाजपा के लिए यह होटल न केवल सुरक्षित है बल्कि लकी भी साबित हुआ है। शायद इसीलिए एक बार फिर से राजस्थान सरकार को गिराने की शतरंज की चाल भारतीय जनता पार्टी ने इसी होटल में बैठकर शुरू कर दी है। कुल मिलाकर राजस्थान सरकार से अभी संकट पूरी तरह से टला नहीं है। कांग्रेस सरकार को बचाने में जुट गई है, तो भाजपा सरकार को गिराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है ।
आईटीसी ग्रैंड भारत होटल की सुरक्षा इस समय कड़ी है। देर रात होटल में प्रवेश करने वाले लोगों को भी गहन छानबीन के बाद अंदर जाने दिया या फिर वापस लौटा दिया गया। नूह जिले के सराय गांव की भूमि में बने सात सितारा होटल में सरकारों को गिराने की रणनीति पिछले कई सालों से बनाई जाती रही है। भाजपा खासकर इस मिशन में कामयाब रही है। अब देखना यह है कि अबकी बार भाजपा द्वारा राजस्थान सरकार को गिराने का फेंका गया पासा सफल होता है या फिर भाजपा को मुंह की खानी पड़ती है, लेकिन इस समय राजनीतिक सरगर्मियां राजस्थान से लेकर हरियाणा तक पूरी तरह से गर्म दिखाई दे रही हैं।