केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब व हरियाणा के किसान संगठनों द्वारा 26 नवंबर को ‘दिल्ली चलो’ के आह्वान को कमजोर करने के लिए हरियाणा सरकार ने पंजाब व दिल्ली से लगती अपनी तमाम सीमाएं सील कर दी हैं। इस बीच हरियाणाा पुलिस ने मंगलवार की रात भी 100 से अधिक किसान नेताओं को सोते हुए हिरासत में ले लिया । इनमें भारतीय किसान यूनियन के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, भाकियू (रतन मान गुट) के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान, जिला महासचिव जगदीप सिंह के अलावा किसान नेता अजय राणा जिला, जगदीप औलख, सत्यवान नरवाल, सुरेश कौथ, विकास इस्सर भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी जिलों में नाकेबंदी बढ़ा दी है। पंजाब जाने वाले मुख्य रास्ते बंद कर दिए गए हैं। जींद में दातासिंहवाला बाॅर्डर और अम्बाला में देवीनगर और सद्दोपुर बॉर्डर सील किए हैं। झज्जर-रेवाड़ी समेत कई जिलों में धारा 144 लगा दी। सोनीपत में कुंडली बॉर्डर पर नाकेबंदी कड़ी कर दी है। डीजीपी मनोज यादव ने बताया कि केंद्र से रेपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 5 कंपनियां बुलाई हैं। इन्हें सिरसा, अम्बाला, जींद में पंजाब बॉर्डर और सोनीपत में दिल्ली बॉर्डर पर तैनात किया है। पुलिस की 14 अतिरिक्त कंपनियां भी लगाई हैं। किसानों के दिल्ली कूच के बीच राज्य की सीमाएं सील किए जाने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि केंेद्र के कृषि कानून किसानों के हित में हैं,विरोधी दलों के बहकावेे मेंं आए किसानों को दिल्ली कूच के दौरान राज्य में कानून व्यवस्थाा को भंग नहीं करने दिया जाएगा इसलिए एतिहातन सीमाएं सील कर दी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मंडी व न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था वर्तमान की तरह जारी रहेगी। अतिरिक्त मंडियों की स्थापना भी की जाएगी। उन्होंने किसानों से उन लोगों से सतर्क रहने का भी आग्रह किया, जो अपने स्वार्थ के लिए गुमराह करने की कोशिश करते हैं।
25 नवम्बर काे किसान संगठन दिल्ली जाने वाले 4 प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गाें अम्बाला-दिल्ली, हिसार-दिल्ली, रेवाड़ी-दिल्ली, पलवल-दिल्ली हाईवे के रास्ते दिल्ली कूच करेंगे। अम्बाला के शंभू बॉर्डर, भिवानी के गांव मुढ़ाल चौक, करनाल में घरौंडा मंडी, बहादुरगढ़ में टिकरी बॉर्डर व सोनीपत में एजुकेशन सिटी राई में भी किसानों के एकत्रित होने की संभावना है। पुलिस पंचकूला, अम्बाला, कैथल, जींद, फतेहाबाद व सिरसा में पंजाब से हरियाणा में प्रवेश करने वाली सीमाओं पर यातायात का रुट बदल सकती हे।
इस बीच पुलिस प्रशासन की सख्ती देख भाकियू ने रणनीति बदली है। प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि 25 नवंबर को शंभू बॉर्डर से मार्च शुरू करना था। लेकिन पुलिस की धरपकड़ के कारण अब बुधवार सुबह 10 बजे सोनीपत की मोहाना मंडी के बाहर किसानों को अपनी कारों व ट्रैक्टर ट्राॅलियों में झुंड के बिना पहुंचने का आह्वान किया।