2012 में पंजाब पीपल पार्टी(पीपीपी) से सियासी सफर शुरु करने से पहले कॉमेडी सकर्स और लॉफ्टर चैलेंज जैसे टीवी शौ और पंजाबी फिल्मों में कॉमडी करने वाले आम आदमी पार्टी के भगवंत मान वाले पंजाब के अगले मुख्यमंत्री होंगे। भगवंत मान के घर का नाम जुगनू है और बतौर कॉमेडियन अपने व्यंगों से राजनीति पर कटाक्ष करने वाले यह जुगनू अब खुद राजनीतिज्ञों की जमात मेंं शामिल होेकर आगे बढ़ते हुए सीएम पद पर काबिज हो चमकने जा रहा है। 11 बजे तक के चुनावी नतीजों के रुझान मुताबिक पंजाब विधानसभा की 117 सीटों मंे से 88 सीटों पर बढ़त बनाने वाली आप के सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। 2019 में वह लगातार दूसरी बार संगरूर सीट से आप के पंजाब से इकलौते सांसद बने।
17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में जन्मे भगवंत मान सियासत से पहले लाफ्टर चैलेंज के जरिए प्रसिद्ध हुए। मान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत मनप्रीत सिंह बादल की पार्टी पंजाब पीपुल्स पार्टी से की थी। वह 2012 में पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल के खिलाफ पहली बार लहरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए। बाद में मनप्रीत कांग्रेस में शामिल हो गए और भगवंत मान 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
2014 के संसदीय चुनावों में तत्कालीन सांसद विजय इंद्र सिंगला व राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा के मुकाबले आम आदमी पार्टी का चेहरा बनकर उतरे भगवंत मान ने राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ियों को हराकर संसद पहुंचे। इसके बाद जब 2019 में पूरे देश में आम आदमी पार्टी का कोई सांसद नहीं जीत पाया था, तब भी सांसद भगवंत मान ने जीत हासिल की और दोबारा संसद पहुंचे और अब पंजाब के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
सियासत के चक्कर में परिवार को छोड़ा
भगवंत मान की शादी इंद्रप्रीत कौर से हुई थी हालांकि 2015 में दोनों अलग हो गए। दोनों के दो बच्चे हैं। एक इंटरव्यू में भगवंत मान ने खुद बताया था कि वह राजनीति के चक्कर में अपने परिवार को समय नहीं दे पाते थे, इसलिए उनकी पत्नी और वह सहमति से अलग हो गए। आज कल परिवार कनाडा में रह रहा है।
विवादों से रहा नाता
भगवंत मान का विवादों से पुराना नाता रहा है और उन पर अधिकतर समय शराब पीने का आरोप लगता रहा है. एकाध मामलों में तो उन्हें सिखों के पवित्र जगहों से शराब के सेवन की जानकारी मिलने पर स्टेज से भी नीचे उतारा गया है। जुलाई 2016 में ही भगवंत मान ने एक रैली के दौरान भगवंत ने कहा था कि हर सांसद का रोजाना डोप टेस्ट होना चाहिए. इससे जो लोग उनको बिना वजह बदनाम करते हैं। भगवंत मान के शराब पीने का मामला इतना उछला कि आप नेता और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट कर लिखा था कि बरनाला रैली में भगवंत मान का ऐलान “ 1 जनवरी 2022 से उन्होंने संकल्प लिया है कि वे अब शराब को हाथ नहीं लगाएंगे, उन्होंने मंच पर अपनी माताजी और पंजाब की जनता के सामने वादा किया कि अपना तन मन धन पंजाब की सेवा के लिए लगाएंगे”।