रविवार को बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में बीते दिनों घटित निकिता हत्याकांड को लेकर महापंचायत बुलाई गई। इसमें निकिता के परिवारजनों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग भी मौजूद रहें। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बीच मैदान में पंचायत चल ही रही थी कि कुछ अन्य संगठन के लोग विरोध करते हुए नारेबाजी करने लगे और कहने लगे की घटना का राजनीतिकरण हो रहा है।
महापंचायत के बाद बवाल शुरु हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिस पर पत्थराव शुरू हो गई। हालांकि, अब स्थिति को पुलिस ने काबू में कर लिया है। दरअसल, विवाद के बाद महापंचायत में बैठे लोगों ने हाइवे को जाम कर दिया और दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर पत्थर से भरी ट्रॉलियों को लाया गया था।
Protestors tried to vandalise shops at #Ballabhgarh. Protestors resorted to stone pelting s, which lead to lathicharge by Police. A Mahapanchayat was organised for #NikitaTomar #JusticeForNikita pic.twitter.com/iILpTXhnvH
— Muhammad Wajihulla (@wajihulla) November 1, 2020
निकिता हत्याकांड के खिलाफ आयोजित महापंचायत में आरोपियों की फांसी की मांग की गई। वहीं, हिंसा को लेकर पुलिस का कहना है कि भीड़ में कुछ असमाजिक तत्व शामिल हो गए थे। उनकी पहचान कर उनके खिलाप सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Mathura road Highway has been taken over by protestors who had come to show their solidarity with #NikitaTomar at the Mahapanchayat organised at Dashera Grounds, Ballabhgarh pic.twitter.com/ynDZRlIMCQ
— Muhammad Wajihulla (@wajihulla) November 1, 2020
हाईवे पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अचानक ही एक होटल में तोड़फोड़ शुरू कर दी जिसके बाद पथराव शुरू हो गया। बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज के बाहर सोमवार को शाम करीब चार बजे छात्रा निकिता तोमर की हत्या कर दी गई थी। निकिता, बीकॉम फाइनल वर्ष की छात्रा थी। मुख्य आरोपी तौसीफ और उसके साथी रेहान ने पहले निकिता को अगवा करने की कोशिश की थी और नाकाम होने पर गोली मार दी थी। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।