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राजस्थान: दौसा मामले में भाजपा का सवाल, क्या वो पुकिसकर्मी गिरफ्तार हुए जिन्होंने सबूत मिटाने में की आरोपी की मदद? पुलिस ने दी ये सफाई

राजस्थान के दौसा क्षेत्र में इंसानियत को शर्मशार करने वाला सामने आने के बाद से ही पूरे प्रदेश में...
राजस्थान: दौसा मामले में भाजपा का सवाल, क्या वो पुकिसकर्मी गिरफ्तार हुए जिन्होंने सबूत मिटाने में की आरोपी की मदद? पुलिस ने दी ये सफाई

राजस्थान के दौसा क्षेत्र में इंसानियत को शर्मशार करने वाला सामने आने के बाद से ही पूरे प्रदेश में हंगामा मचा हुआ है। घटना का प्रकाश में आने के बाद से विपक्ष ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया है। भाजपा के तमाम नेताओं ने कड़े शब्दों में घटना की निंदा की और राजस्थान की प्रशासन व्यवस्था पर सवाल भी उठाए। वहीं राजस्थान सरकार द्वारा मामलें को बढ़ता देख सफाई दी गयी है। सरकार का कहना है कि कथित आरोपियों के खिलाफ तत्काल कारवाई की गई है। राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा, मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। आरोपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर को बर्खास्त करने का आदेश दिया गया है।

वहीं, दौसा में एक पुलिसकर्मी द्वारा नाबालिग लड़की से कथित बलात्कार पर राजस्थान के मंत्री प्रताप खाचरियावास का कहना है, "...ऐसे मामलों में दोषियों को तब तक फांसी दी जानी चाहिए। अपराध को रोकना हर किसी की जिम्मेदारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी घटनाएं होती रहती हैं लेकिन यह सुनिश्चित करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि दोषियों को मौत की सजा मिले।''

भाजपा ने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर हमला किया है। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने दौसा घटना की निंदा की जिसमें राजस्थान में एक पुलिस उप-निरीक्षक द्वारा एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया था और आरोपी के लिए कड़ी सजा की मांग की।सीपी जोशी ने कहा, ''हम इस घटना की निंदा करते हैं और आरोपियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। ऐसी घटनाएं हर पांच साल में क्यों हो रही हैं और लगातार बढ़ रही हैं? जब सरकार और प्रशासन इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज कर देते हैं तो अपराधी ऐसा करने में सफल हो जाते हैं।"

दूसरी तरफ, बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का कहना है, ''आज दौसा से यह चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सब-इंस्पेक्टर द्वारा चार साल की बच्ची के साथ बेरहमी से बलात्कार किया गया है। राजस्थान पुलिस और प्रशासन ने आरोपियों पर त्वरित कार्रवाई करने के बजाय आरोपियों को बचाने के लिए संस्थागत तरीके से कार्रवाई की...तुरंत कोई निलंबन नहीं किया गया। उन दो अन्य पुलिस अधिकारियों के बारे में क्या जिन्होंने सबूत नष्ट करने में इस विशेष आरोपी की मदद की है। क्या राजस्थान पुलिस और सरकार ने उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की?"

वहीं, पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि राजस्थान के दौसा जिले में शुक्रवार को एक पुलिस उप-निरीक्षक द्वारा एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया। एएसपी दौसा बजरंग सिंह के मुताबिक, आरोपी की पहचान भूपेन्द्र के रूप में हुई है। मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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