उत्तराखंड के ‘द्रौपदी का डांडा-2’ पर्वत चोटी पर हिमस्खलन होने के कारण एक बड़ी दुर्घटना सामने आई है। उत्तरकाशी स्थित नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (निम) में 28 प्रशिक्षार्थी के फंस गये हैं। जिनके राहत एवं बचाव कार्य के लिए रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया गया है। मृतकों की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नही हो पायी है। हादसे की सूचना उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर दी।
एक अन्य ट्वीट में धामी ने रेस्क्यू आपरेशन में तेजी लाने के लिए रक्षा मंत्री से मदद के लिए सेना को भेजने का अनुरोध किया। ट्वीट कर धामी ने कहा, “ मा. रक्षा मंत्री श्री राजनाथ जी से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।”
राहत और बचाव कार्य की जानकारी देते उन्होने कहा, “द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।”
रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होनें कहा, “उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन के कारण कई जानमाल के नुकसान से दुखी हूं, मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं”।
उन्होंने उत्तराखंड सीएम धामी बात की और स्थिति का जायजा लिया और बताया की फंसे हुए पर्वतारोहियों की मदद के लिए बचाव कार्य के लिए वायुसेना को निर्देश जारी कर दिये गये हैं।