दक्षिण कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से करीब 15 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। शुक्रवार शाम अचानक बादल फटने से पूरे क्षेत्र में आकस्मिक बाढ़ आ गई, जिसमें 65 लोग घायल भी हुए हैं।
बात दें कि हादसे की वजह से अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गई है और यात्रा को बहाल करने का निर्णय बचाव अभियान पूरा हो जाने के बाद ही लिया जाएगा। यात्रा फिलहाल दोनों रास्तों बालटाल और पहलगाम से बंद है। बीते तीन जून को ही अमरनाथ यात्रा शुरू हुई थी।
आइए तस्वीरों के जरिये देखते हैं अमरनाथ यात्रा की भयानक हादसा
मेजर पंकज कुमार, नोडल चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि बादल फटने से अभी तक 16 लोगों की मृत्यु हुई है. इसके अलावा 10 मरीज और गंभीर हालत में हैं। दो तीर्थयात्रियों को सिर में चोट आई है, 5 को फ्रैक्चर हुआ और 2-3 हाइपोथर्मिया के मामले में भर्ती कराया गया है।
बादल फटने के बाद पूरे एरिये में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। तस्वीर में भारतीय सेना पानी के इतने तेज बहाव के बीच बचाव कार्य कर रही है।
बादल फटने की घटना के बाद प्रभावितों को निकालने के लिए सेना के जवान नीलग्रार, बालटाल पहुचे
भारतीय वायु सेना ने अमरनाथ में बचाव और राहत कार्यों के लिए अपनी परिवहन और हेलीकॉप्टर को सेवा में लगा दिया है। Mi-17V5 हेलीकॉप्टरों ने पंचतरणी में एनडीआरएफ और नागरिक प्रशासन कर्मियों को शामिल किया गया है।
बादल फटने से प्रभावित बालटाल, जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना और अन्य का बचाव अभियान जारी। अब तक बादल फटने से 16 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
भारतीय सेना परिष्कृत बचाव उपकरणों और प्रशिक्षित पेशेवरों को साइट पर नियुक्त कर रही है।
बीएसएफ एमआई 17 हेलिकॉप्टर को हवाई परिवहन में घायल व्यक्तियों और शवों के साथ-साथ नीलगढ़ हेलीपैड/ बालटाल से बीएसएफ कैंप श्रीनगर तक आगे के इलाज के लिए या शवों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए कार्रवाई में लगाया गया।
भारतीय सेना के जवानों ने अमरनाथ पवित्र गुफा स्थल के पास बादल फटने से प्रभावित इलाकों में मौजूद तीर्थयात्रियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था की है।