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कांग्रेस को खरीद-फरोख्त का डर, बोड़ो पीपुल्स फ्रंट के 11 नेताओं को लाया गया छत्तीसगढ़

असम में मतदान के बाद कांग्रेस के सहयोगी दल बोड़ो पीपुल्स फ्रंट के 11 प्रत्याशियों सहित 24 नेताओं को...
कांग्रेस को खरीद-फरोख्त का डर, बोड़ो पीपुल्स फ्रंट के 11 नेताओं को लाया गया छत्तीसगढ़

असम में मतदान के बाद कांग्रेस के सहयोगी दल बोड़ो पीपुल्स फ्रंट के 11 प्रत्याशियों सहित 24 नेताओं को छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंतेवाड़ा जिले में अलग अलग जगहों पर ठहराया गया है।

सूत्रों के अनुसार बोड़ो पीपुल्स फ्रंट के एक प्रत्याशी के भाजपा में शामिल होने के बाद शीर्ष नेताओं ने असम के 24 नेताओं को बस्तर पहुंचाकर सुरक्षित कर लिया है। इन्हें प्रदेश और स्थानीय नेताओं की निगरानी में रखा गया है। इन नेताओं कों विशेष विमान से रायपुर पहुंचाया गया और वहां एक दिन रहने के बाद बस्तर लगा गया है।

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उल्लेखनीय है कि असम के चुनाव परिणाम 2 मई को आयेगे। इसके पहले ही नेताओं को सुरक्षित जगह पहुंचाने का काम कांग्रेस संगठन द्वारा शुरू किया गया है।

कुछ उम्मीदवारों राजस्थान किया गया था शिफ्ट

वहीं, कांग्रेस ने असम चुनावों के खत्म होते ही अपने गठबंधन ‘महाजोत’ के कम से कम 18 उम्मीदवारों को राजस्थान की राजधानी जयपुर शिफ्ट कर दिया था। राजस्थान में इस वक्त मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस की सरकार है। दरअसल, कांग्रेस को इस बात का भय है कि 2 मई को मतगणना से पहले पार्टी के जीत दर्ज करने वाले संभावित नेताओं को भारतीय जनता पार्टी प्रलोभन दे सकती है।

कांग्रेस को लगता है कि असम चुनाव में भाजपा इस बार बहुमत के आंकड़ों से पीछे रह सकती है और पार्टी की नजर उनके गठबंधन वाले बोडो लैंड पीपुल्स फ्रंट और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के उन नेताओं पर है जिनके जीतने की संभावना है। क्योंकि, बीपीएफ का एक उम्मीदवार चुनाव से पहले ही भाजपा में शामिल हो गये थे और चुनाव से खुद को अलग कर लिया था।

 

 

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