कोलकाता के व्यस्तम माने जाने वाले पोस्ता इलाके के बड़ा बाजार में आज एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने से उसके मलबे में दबकर 18 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। वहीं अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं जिसकी वजह से मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। फ्लाइओवर के गिरने की वजह से नीचे खड़े तमाम वाहन और रेहड़ी-पटरी वाले दब गए। पुलिस का कहना है कि बड़ा बाजार इलाके में हुए इस हादसे में 18 लोग मारे गए, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। यह इलाका शहर का सबसे बड़ा थोक बाजार है। हादसे के बाद घायलों को तुरंत आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया। राज्य प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि 62 लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। जबकि अन्य कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। इस बीच निर्माण की गुणवत्ता को लेकर चारों ओर से आलोचनाएं झेल रही फ्लाईओवर निर्माण कंपनी हैदराबाद की आईवीआरसीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के पांडुरंग राव ने दावा किया है, यह हादसा और कुछ नहीं बल्कि भगवान की मर्जी है।
सेना के करीब 300 जवान, एनडीआरएफ के कर्मचारी, राज्य आपदा प्रबंधन बल, शहर पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मचारी संयुक्त रूप से राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। मलबे को हटाने और घायलों को बचाने के लिए बड़ी-बड़ी क्रेनों और राहत वाहनों को काम पर लगाया गया है। सेना के इंजीनियरों की एक टीम भी क्रेन, पानी के टैंकर, गैस कटर और विशेष उपकरणों के साथ मौके पर पहुंच गई है और मलबा हटाने में बचाव दलों की मदद कर रही है। बंगाल इलाके के जनरल अफसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल राजीव तिवारी बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के निकटतम परिजनों को पांच-पांच लाख रूपए, गंभीर रूप से घायलों को तीन-तीन लाख रूपए और अन्य घायलों को एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। सभी घायलों के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। राज्य सरकार ने आपात हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं, जो इस प्रकार हैं- 1070, 033-22143526, 033-22535185, 033-22145664। ये लाइनें राज्य सविचालय से जुड़ी हैं और हादसे में मारे गए या घायल हुए लोगों के संबंध में सूचनाएं मुहैया करा रही हैं।
हादसे के बाद राजनीतिक दोषारोपण का खेल शुरू हो गया है। तृणमूल कांग्रेस इसके लिए वाम दलों को जिम्मेदार ठहरा रही है, जिनके शासन काल में इसका निर्माण शुरू हुआ, तो दूसरी ओर वाम दल तृणमूल पर पलटवार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, टेंडर 2009 में पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार द्वारा हैदराबाद की आईवीआरसीएल कंस्ट्रक्शंस को दिया गया था। उन्होंने कहा कि बार-बार याद दिलाने के बावजूद कंपनी ने सरकार को कंस्ट्रक्शन योजना की जानकारी मुहैया नहीं कराई। ममता ने कहा, कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों और इससे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भाजपा ने हादसे की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, हमें लगता है कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके। राज्य को सीबीआई जांच की मांग करनी चाहिए। यह हादसा फ्लाईओवर निर्माण में गहरे भ्रष्टाचार का प्रत्यक्ष उदाहरण है। कांग्रेस और माकपा ने भी हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा कि फ्लाईओवर की पूरी निर्माण प्रक्रिया की जांच होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो फिलहाल अमेरिका की यात्रा पर हैं, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और अन्य नेताओं ने हादसे में लोगों की मौतों पर शोक और संवेदनाएं जताई हैं। साथ ही उन्होंने केंद्र की ओर से राहत और बचाव कार्य में हर संभव मदद का निर्देश दिया है।