पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर जिस ‘बुल्ली बाई’ ऐप की चर्चा जोरों पर है, उसके मास्टरमाइंड को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करके अपमानित करने वाले ऐप का भंडाफोड़ हो चुका है। ऐप के हैंडलर्स 21 साल के इंजिनियरिंग स्टूडेंट विशाल झा और 18 साल की श्वेता सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने श्वेता सिंह की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि बुल्ली बाई ऐप मामले में उत्तराखंड के रुद्रपुर से गिरफ्तार की गई महिला एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है और उसके पिता जीवित नहीं हैं। ऐसा लगता है कि वह पैसे के लिए इस तरह की गतिविधियों में शामिल हुई।
The woman who was arrested from Uttarakhand's Rudrapur in the 'Bulli Bai' app case belongs to a poor family and her father is not alive. It seems she got involved in such activities for money: Uttarakhand DGP Ashok Kumar https://t.co/9f7LgdwmXM pic.twitter.com/Lye4XjcBlF
— ANI (@ANI) January 5, 2022
मुंबई पुलिस टीम ने बुल्ली बाई एप मामले में एक युवती को उत्तराखंड के रुद्रपुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसे जिला कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया। इसके बाद पुलिस युवती को रिमांड पर लेकर मुंबई चली गई। इससे पूर्व इसी मामले में पुलिस ने बंगलुरु में सिविल इंजीनियरिंग के छात्र को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस इस मामले में महाराष्ट्र और दिल्ली में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ आइटीसी व आइटी एक्ट में केस दर्ज किया है।
गौरतलब है कि बुली बाई ऐप के जरिए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी कथित तौर पर बोली लगाने का आरोप है। इस मामले में शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की शिकायत पर पश्चिम प्रादेशिक क्षेत्र साइबर पुलिस ने गिटहब पर होस्ट किए गए 'बुल्ली बाई' ऐप डिवेलपर के खिलाफ रविवार को मामला दर्ज किया गया था।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने भी यह मोबाइल ऐप डिवेलप करने वाले की जानकारी मांगी है। साथ ही, ट्विटर को इससे जुड़ा आपत्तिजनक कंटेंट हटाने को कहा है। इससे पहले, दिल्ली महिला आयोग चीफ स्वाति मालीवाल ने डिप्टी पुलिस कमिश्नर, साइबर क्राइम सेल को 6 जनवरी को तलब कर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। आयोग ने दिल्ली पुलिस से 'सुल्ली डील' और 'बुली बाई' दोनों मामलों में गिरफ्तार लोगों की लिस्ट और कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।