अशांत घाटी में पिछले दो दिनों में जम्मू कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान में दो पाकिस्तानियों समेत चार आतंकवादी मारे गये। यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा सुरक्षा बलों को कश्मीर में हाल ही में हुई हिंसक घटनाओं की श्रृंखला में शामिल लोगों को खत्म करने के निर्देश के बाद की गई थी, जो उन्होंने एक पखवाड़े में हुई दो उच्च-स्तरीय बैठकों में की थी।
अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों ने सोमवार से तीन अलग-अलग मुठभेड़ों में चार आतंकवादियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकवादियों में से तीन प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के थे और एक हिजबुल मुजाहिदीन से संबद्ध था।
उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में दो पाकिस्तानी और अन्य दो स्थानीय थे। हंजुला और तुफैल लाहौर के रहने वाले थे, इश्तियाक लोन त्राल के थे और नदीम जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के रहने वाले थे। अधिकारियों ने बताया कि इन आतंकवादियों के पास से एके-56 राइफल, ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है।
उन्होंने बताया कि तीन जून को अपनी बैठक में गृह मंत्री ने आतंकवाद निरोधी अभियानों में शामिल सभी एजेंसियों को जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने वाले आतंकवादियों का पता लगाने का स्पष्ट निर्देश दिया था। कश्मीर घाटी में पुलिसकर्मियों और निर्दोष नागरिकों सहित कई लोगों के मारे जाने के बाद गृह मंत्री ने बैठकें कीं। उनमें से कुछ को गैर-मुसलमानों की हत्या के लिए लक्षित किया गया था, जिसके कारण घाटी से विरोध और पलायन हुआ।