कमलाबाई नाम की इस बुज़ुर्ग महिला के मुताबिक, जब प्रदर्शन चल रहा था उस वक्त पुलिस की कार्रवाई के दौरान कुछ लोग उनके घर के बरामदे में भागते हुए आए और वहां से निकल गए। उनका पीछा करते हुए पुलिस वहां पहुंची और बिना सोचे-समझे उनकी पिटाई कर दी। यह घटना मध्य प्रदेश के सिहोर की है। इसको लेकर यहां लोगों में खासी नाराज़गी है।
कमलाबाई का कहना है कि उनका इस प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं था। एनडीटीवी के मुताबिक उनके शरीर पर पुलिसिया जुल्म के निशान अब भी दिखाई दे रहे हैं।
कमला बाई के अनुसार शनिवार को जब वह सीएम से मिलने पहुंची तो उन्हें अधिकारियों ने सीएम तक पहुंचने भी नहीं दिया।