विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नवादा की घटना के दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया, जहां कई घर जला दिए गए थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य पुलिस को पीड़ितों के पुनर्वास के लिए तेजी से कदम उठाने चाहिए।
बिहार के नवादा में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णानगर में अज्ञात बदमाशों ने 20-25 घरों में आग लगा दी। बिहार में बहुजनों के खिलाफ हो रहे अन्याय को उजागर करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने समुदाय को दबाने के लिए भाजपा और एनडीए सहयोगियों पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "नवादा में महादलितों की एक पूरी बस्ती को जला देना और 80 से अधिक परिवारों के घरों को नष्ट कर देना बिहार में बहुजनों के खिलाफ अन्याय की भयावह तस्वीर को उजागर कर रहा है। अपने घर और संपत्ति खो चुके दलित परिवारों की चीखें और भीषण गोलीबारी की गूंज से वंचित समाज में पैदा हुआ आतंक भी बिहार की सोई हुई सरकार को जगाने में सफल नहीं हो पाया।"
एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए और उस पर बहुजनों को डराने वाले अराजकतावादियों को पनाह देने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि ऐसी घटना पर प्रधानमंत्री की चुप्पी इस बड़ी साजिश को मंजूरी देने की मुहर है।
कांग्रेस नेता ने लिखा, "बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए तथा पीड़ित परिवारों का पुनर्वास कर उन्हें पूर्ण न्याय प्रदान करना चाहिए।"
नवादा में हुई घटना को लेकर विपक्षी नेताओं की बढ़ती आवाज के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एडीजी कानून व्यवस्था घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने केंद्र से पीड़ितों की सहायता करने को कहा।
मायावती ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "बिहार के नवादा में दबंगों द्वारा गरीब दलितों के कई घरों को जलाकर उनका जीवन बर्बाद करने की घटना अति-दुःखद व गम्भीर है। सरकार दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे तथा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए पूरी आर्थिक मदद भी करे।"
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी दलितों पर अत्याचार के लिए एनडीए पर निशाना साधा और कहा कि राज्य में 'जंगल राज' है।
यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में आग लगा दी गई। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में पूरे बिहार में आग लगी हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र हैं, एनडीए के सहयोगी बेखबर हैं! गरीब जल रहे हैं, मर रहे हैं - उन्हें क्या परवाह? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधा और एनडीए शासित राज्य में दलितों की सुरक्षा पर चिंता जताई। खड़गे ने कहा कि यह घटना एनडीए की डबल इंजन सरकार के जंगल राज का एक और सबूत है।
खड़गे ने एक्स पर लिखा, "यह अत्यंत निंदनीय है कि करीब 100 दलितों के घरों में आग लगा दी गई, गोलीबारी की गई और रात के अंधेरे में गरीब परिवारों का सबकुछ छीन लिया गया। दलितों और वंचितों के प्रति भाजपा और उसके सहयोगियों की घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा और असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देना अब अपने चरम पर है। प्रधानमंत्री मोदी हमेशा की तरह चुप हैं, नीतीश सत्ता के लालच में बेफिक्र हैं और एनडीए के सहयोगी चुप हैं।"
बता दें कि बिहार के नवादा में एक चौंकाने वाली घटना में, कृष्णानगर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों ने 20-25 घरों में आग लगा दी। हालांकि, घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सदर नवादा के सब-डिवीजनल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) सुनील कुमार के अनुसार, शुरुआती जांच से पता चलता है कि हिंसा का मुख्य कारण ज़मीन विवाद हो सकता है।
एसडीपीओ, सदर नवादा, सुनील कुमार ने एएन से बात करते हुए कहा, "18 सितंबर 2024 को सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णानगर में कई घर जला दिए गए हैं। घटनास्थल पर पहुंचने पर हमने देखा कि लगभग 20-25 घरों में आग लगा दी गई थी। सौभाग्य से, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। प्रारंभिक निष्कर्षों से पता चलता है कि संपत्ति विवाद अंतर्निहित कारण हो सकता है। जांच चल रही है और कुछ व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।"