आप की पंजाब इकाई की अनुशासन समिति के सदस्य प्रणव राय ने संजय सिंह को लिखे पत्र में कहा है, पंजाब में इस बारे में काफी अफवाह है कि पिछले 9-10 महीनों में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निलंबित और बर्खास्त किए गए पंजाब के 23 नेताओं को दोबारा पार्टी में शामिल करवाया गया है।
राय ने कहा कि पार्टी की राज्य कार्यकारिणी यह जानना चाहती है कि किस प्रक्रिया के तहत और किन कारणों के चलते इन लोगों का निलंबन वापस लिया गया है। उन्होंने कहा कि न तो अनुशासन समिति और न ही कार्यकारिणी को इस बारे में कोई सूचना है।
राय ने यह पत्र मीडिया में आई उन रिपोर्टों की पृष्ठभूमि में सिंह को भेजा है जिनमें कहा गया था कि सिंह ने पार्टी से निलंबित और बर्खास्त सदस्यों का फिर पार्टी में स्वागत किया है। राय से जब इस पत्र के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह के किसी भी घटनाक्रम की कोई जानकारी नहीं दी गई है और यह विश्वास भी है कि संभवत: किसी ने जानबूझकर गुमराह करने वाली यह खबर छोटेपुर (आप के राज्य संयोजक सुचा सिंह छोटेपुर) के सोशल मीडिया अकाउंट से फैलाई है।
उन्होंने कहा, पार्टी के मसले को पार्टी के अंदर सुलझाने की हमारी नीति है। हम इस बारे में कोई बात नहीं कर सकते हैं, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं को यह जानने का अधिकार है कि निलंबन और बर्खास्तगी को वापस लेने के लिए कौन सी प्रक्रिया अपनाई गई। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने पिछले 9-10 महीने में पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण पार्टी के पूर्व प्रवक्ता मनजीत सिंह तथा बलदीप सिंह समेत 22 नेताओं को निलंबित कर दिया था और जालंधर से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी तथा पार्टी की ऑर्गेनाइजिंग कमेटी की सदस्य ज्योति मान को बर्खास्त कर दिया था।