पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से हटाए जाने के बाद सुखपाल खैहरा ने साफ किया है कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे। यह बयान खैहरा ने 4 साथ विधायकों से मुलकात करने के बाद दिया है। खैहरा ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा कि हार्इकमान ने खून-पसीने के साथ पार्टी को खड़ा किया है, इसलिए वह पार्टी को नहीं छोड़ेंगे।
चंडीगढ़ में प्रैस कांफ्रेंस करते हुए खैहरा ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें सच बोलने की कीमत अदा करनी पड़ी है। हालांकि उनका कहना है कि वह पार्टी कभी नहीं छोडेंगे। इस मौके पर उनके साथ कंवर संधू, नाजर सिंह मानसाहिया, जगदेव सिंह कमालू, पिरमल सिंह और जगतार सिंह विधायक और रूपिंदर कौर रूबी, बलदेव सिंह मौजूद थे। उन्होंने कहा कि लोग उन्हें बहुत प्यार करते है और उनका भरोसा कभी नहीं तोड़ेंगे।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से खैहरा तथा डा. सिंह के बीच मतभेद उजागर होने लगे थे। पार्टी के विस्तार तथा संगठन में फेरबदल को लेकर लिए गए फैसलों से खैहरा नाखुश थे। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि खैहरा ने डा. सिंह पर मनमानी के आरोप लगाने शुरू कर दिए जिससे पार्टी की किरकिरी हो रही थी। यह मामला पार्टी आलाकमान के नोटिस में आया