राजधानी दिल्ली के बाद अब उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कावड़ियों ने जमकर हंगामा किया। यहां एक पुलिस की गाड़ी में कावड़ियों ने तोड़फोड़ की और साथ ही कई संपत्तियों को नुकसान भी पहुंचाया। यह घटना दिल्ली की घटना के एक दिन बाद हुई जब गुंडागर्दी पर उतारु कांवड़ियों को रोकने में नाकाम साबित हुए पुलिसकर्मियों को आज इन्हीं (कांवड़ियों) के बवाल का सामना करना पड़ा।
बुलंदशहर में कथित रूप से कांवड़ियों द्वारा पुलिस वाहन को तोड़फोड़ देने के मामले पर मेरठ ज़ोन के एडिशनल डायरेक्टर जनरल प्रशांत कुमार का कहना है, 'वह घटना कांवड़ियों से जुड़ी हुई नहीं है। वह दो गुटों के बीच हुआ झगड़ा था, पुलिस मौके पर तुरंत पहुंच गई थी और केस दर्ज कर लिया गया है, हम मामले की जांच करेंगे।
बताया जा रहा है कि कावड़ियों की भीड़ किसी छोटी बात पर भड़क गई। लोगों ने हाथों में डंडे लेकर पुलिस पर ही हमला बोल दिया। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मामला यूपी के बुलंदशहर का है। इस दौरान कावंड़ियों ने कई गाड़ियां को भी अपना निशाना बनाया। उन्हें रोकने गई पुलिस पर भी कावड़ियों ने हमला किया। कुछ लोगों के घायल होने की खबर है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति की नियंत्रित करने की कोशिश हो रही है।
यहां देखें वीडियो-
#WATCH: Kanwariyas vandalize police vehicle after an altercation with locals in Bulandshahr on 7th August, police have registered a case. pic.twitter.com/UaIcNU55RV
— ANI UP (@ANINewsUP) August 9, 2018
एक दिन पहले दिल्ली में कांवड़ियों की गुंडागर्दी
गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को दिल्ली के मोती नगर इलाके में कांवड़ियों की गुंड़ागर्दी देखने को मिली थी। शाम 5 बजे कावड़ियों ने इलाके में एक कार में जमकर तोड़फोड़ की।
पुलिस के मुताबिक, मोती नगर इलाके में एक कावड़िए को हल्की सी गाड़ी टच हो गई जिसके बाद आसपास मौजूद कावड़ियों ने गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं कांवड़ियों की भीड़ ने एक के बाद एक कार पर लाठियां बरसानी शुरू कर दीं।
जिस वक्त कावड़िए गाड़ी पर अटैक कर रहे थे, उस वक्त गाड़ी में एक लड़का और लड़की मौजूद थे। कावड़ियों के अटैक के बाद किसी तरह मुश्किल से दोनों लोग बाहर आ सके। जब कार में तोड़फोड़ के बाद भी कावड़ियों का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो, उन्होंने गाड़ी को पलट दिया।
इस दौरान लोग तमाशबीन बनकर देखते रहे। वे सब कार पर लाठियां बरसाते रहे। इस दौरान सड़क पर ट्रैफिक चलता रहा लेकिन किसी ने कांवड़ियों के पास जाने की साहस तक नहीं की।