नई दिल्ली। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार लोगों को अगला मुकाबला स्वाइन फ्लू से करना पड़ सकता है, जो संभवत: राष्ट्रीय राजधानी में बदलते मौसम के साथ दस्तक दे सकता है। सफदरगंज अस्पताल में प्रोफेसर और पल्मोनरी मेडिसिन के प्रमुख डॉ जेसी सूरी ने कहा कि स्वाइन फ्लू (एच1एन1 इंफ्लूएंजा संक्रमण) तब सामने आता है जब तापमान गिरता है और सर्दी आती है। मसला यह है कि यह बीमारी हवा से फैलती है ना कि डेंगू की तरह मच्छर के काटने से। इसलिए स्वाइन फ्लू का प्रसार बहुत तेजी से होता है। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग लोग, मधुमेह रोगी, गुर्दे की समस्या से पीडि़त, कैंसर के रोगी और गर्भवती महिलाओं को इसका खतरा रहता है। इसलिए उन्हें सावधानियां बरतनी चाहिए।
एम्स के एक वरिष्ठ डॉक्टर के मुताबिक, पिछले साल शहर के अस्पतालों को स्वाइन फ्लू के बढ़े मामलों से निपटने में अस्पतालों को अपने बुनियादी ढांचे की परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इस संक्रमण को रोकने के लिए उन्होंने जनता को जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया। वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि उस वक्त जगह की भारी कमी थी, सीमित कर्मचारियों और बुनियादी ढांचे के अभाव में अस्पताल प्राधिकारियों को संकट से निपटने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। एच1एन1 संक्रमण एक संक्रामक बीमारी है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। बीमारी का संक्रमण छींक, खांसी या संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से फैलता है।
जब स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया गया तो अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने एच1एन1 संक्रमण से उत्पन्न होने वाली आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले ही तैयारी शुरू कर दी है। सार्वजनिक स्वास्थ्य के अतिरिक्त निदेशक प्रभारी डॉ चरण सिंह ने कहा कि यह डेंगू का मौसम है। आगे आने वाला सर्दियों के मौसम में स्वाइन फ्लू होगा। इससे निपटने के लिए हमने दवाइयों, डाइअग्नास्टिक किट और अन्य जरूरी सामान का भंडारण करना शुरू कर दिया है।