मुंबई के आजाद मैदान में पहुंचकर भूख हड़ताल शुरू करने से पहले अंजलि ने सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे का आशीर्वाद लेने के मकसद से उनसे मुलाकात की थी।
अंजली की मांग है कि जांच छह महीनों के अंदर पूरी हो और मामले की सुनवाई त्वरित अदालतों में हो। उन्होंने कहा, खड़से के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं और सरकार को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए। मैंने अण्णा से मुलाकात की और उन्हें खड़से के खिलाफ सभी दस्तावेज दिखाए। अण्णा ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा है और उन्होंने मुझे आश्वस्त किया कि वह मुख्यमंत्री से बात कर यह मामला उनके संज्ञान में लाएंगे।
अंजली का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री उन्हें लिखित में यह आश्वासन नहीं देते कि खड़से के खिलाफ छह महीनों में जांच पूरी होगी, तब तक वह अपनी भूख हड़ताल नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने आरोप लगाया है कि खड़से के दामाद ने अपनी कार लिमोजिन में फेरबदल के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से अनुमति लिए बिना नियमों का उल्लंघन किया था।
खड़से पर यह भी आरोप है कि अंडरवल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के आवास से खड़से के पास फोन आए थे। अंजलि ने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आधिकारिक बंगले के पास भूख हड़ताल का आयोजन करना चाहती थीं लेकिन पुलिस से उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिली।