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मध्य प्रदेश में विदेशी पटाखों की बिक्री पर लगी रोक

मध्य प्रदेश में इस बार दिवाली में कोई विदेशी पटाखे नहीं चला पायेगा। राज्य सरकार ने विदेशी पटाखों को...
मध्य प्रदेश में विदेशी पटाखों की बिक्री पर लगी रोक

मध्य प्रदेश में इस बार दिवाली में कोई विदेशी पटाखे नहीं चला पायेगा। राज्य सरकार ने विदेशी पटाखों को बेचने पर रोक लगा दी है। यदि किसी व्यापारी को ऐसा करते हुए पाया गया तो उसका लाइसेंस तुरंत निरस्त कर दिया जायेगा। इस आदेश का मुख्य असर चीन से आने वाले पटाखों पर देखने को मिलेगा।

व्यापारियों से शपथ पत्र भरवाए जा रहे हैं कि वे विदेशी पटाखा नहीं बेचेंगे। अगर ऐसा करते पाए जाते हैं तो इनके लायसेंस तत्काल निरस्त कर दिए जाएंगे। इधर, पटाखा दुकानों की जांच के लिए एक टीम तैयार की जा रही है जो मौके पर जाकर पटाखों की जांच करेगी। वहीं इसके सैंपल भी लिए जाएंगे। विदेशी पटाखा पाए जाने पर दुकान संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

विदेशी पटाखों को लेकर इस बार भी गृह मंत्रालय सख्त है। बाजार में विदेशी पटाखों की बिक्री प्रतिबंधित कर दी गई है और ई-कामर्स कंपनियों से विदेशी पटाखे मंगाने वालों पर भी नजर रखी जाएगी। भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने विगत दिनों राज्य सरकारों को विदेशी पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर निर्देश जारी किए थे। केंद्र सरकार के निदेर्शों के तहत प्रदेश के गृह सचिव ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी कर विदेशी पटाखों की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाएं।

दीपावाली पर चीनी पटाखों की भरमार रहती थी। इस बार बाजार में चीनी पटाखे देखने को नहीं मिलेंगे। यदि किसी ने चोरी-छिपे विदेशी (चीनी) पटाखे बेचने का प्रयास किया तो जेल की हवा खा सकते हैं। विदेशी पटाखों के भंडारण, विक्रय एवं वितरण पर नजर रखी जाएगी। विदेशी पटाखों अवैध भंडारण, विक्रय एवं वितरण पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए पटाखा गोदामों, दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा। पटाखों के लाइसेंस जारी करते समय विक्रेताओं को भी इस संबंध में जानकारी दी जाएगी। दुकानों पर विदेशी पटाखे सहित पोटेशियम नाइट्रेट से बने पटाखों को भी न रखने के निर्देश जारी किये गये है।
अन्य निर्देश -
- पटाखा व्यापारी 125 डेसीबल से अधिक आवाज वाले पटाखे तो नहीं बेंच रहे, करें जांच।

- किसी व्यापारी के पास 125 डेसीबल से अधिक आवाज वाले पटाखे मिले तो पुलिस और जिला प्रशासन उन दुकान को तत्काल सील करें।

- ब्रांडेड कंपनी के पटाखे ही व्यापारी बेचें।

- पीसीबी पटाखों से हो रहे प्रदूषण की जांच करें।

 

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