मजबूरी आदमी से क्या नहीं करा दे। झारखण्ड के चाईबासा में आइसीआइसीआइ बैंक के अधिकारी ने कैंसर से पीड़ित अपनी मां के इलाज के लिए पैसों की जरूरत पड़ी तो बैंक की राशि के लूट की ही पटकथा लिख दी। अपराधियों को सुपारी दिया और 15 लाख रुपये लुट गये। जगन्नाथपुर थाना के रंगामाटी में आइसीआइसीआइ बैंक के चंपुआ शाखा के अधिकारी से लूट की यह घटना 19 मार्च को हुई थी।
पुलिस जांच में लूट की साजिश का खुलासा हुआ। चाईबासा एसपी अजय लिंडा के अनुसार आइसीआइसीआइ बैंक के सेल्स अफसर जगमोहन पलेई को कैंसर पीड़ित मां के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी मगर उसके पास पैसे नहीं थे। इलाज के लिए ही साजिश के तहत लूट को अंजाम दिया। लिंडा के अनुसार पलेई ने इसमें अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पलेई ने पैसों की खातिर चंपुआ के अपराधी मो सलीम के जरिये लूट की योजना बनाई। और सलीम ने साकिब, जावेदन, राजेंद्र लागुरी और कृपा सिद्धु पात्रा के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
तय योजना के तहत 19 मार्च को जब पलेई क्लाइंट से पैसा लेकर बाइक से बैंक जा रहे थे, रंगामाटी गांव में ये लुटेरे पेलई से पैसों से भरा बैग लेकर भाग निकले। पुलिस ने चार अपराधियों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया है और उनके पास से 11 लाख 84 हजार 500 रुपये बरामद किये गये। शक के आधार पर पुलिस ने जब पलेई से सख्ती बरती तो उसने साजिश का खुलासा कर दिया।