महबूबा के वालिद मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद जम्मू-कश्मीर में तकरीबन तीन माह तक राज्यपाल शासन रहा। इसके बाद नई सरकार का गठन हुआ है।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा ने 21 अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई। इस बार मंत्रिमंडल में भाजपा की मौजूदगी में इजाफा हुआ है। उसके छह की जगह आठ कैबिनेट मंत्री हैं जबकि तीन राज्य मंत्री हैं। इस बार, पीडीपी के नौ कैबिनेट मंत्री हैं। पिछली बार यह तादाद 11 थी। महबूबा की पार्टी के तीन लोग राज्य मंत्री बनाए गए हैं। पिछली बार भी यही संख्या थी। दिवंगत अलगाववादी नेता अब्दुल गनी लोन के बेटे सज्जाद गनी लोन कैबिनेट में इस बार भी हैं। वह भाजपा कोटे से हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और जितेंद्र सिंह समेत अनेक गण्यमान्य लोग राज भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। कांग्रेस पार्टी और पीडीपी सांसद तारिक हामिद कर्रा ने समारोह का बहिष्कार किया। भाजपा ने चेरिंग दोरजे और अब्दुल गनी कोहली को पदोन्नत कर इस बार कैबिनेट मंत्री बनवाया है। पिछली सरकार में वे राज्य मंत्री थे और उनके पास स्वतंत्र प्रभार था। भाजपा ने प्रकाश कुमार और श्याम लाल चौधरी को पहली बार कैबिनेट में भेजा है।
भाजपा ने सुखनंदन को मंत्रिमंडल से हटा दिया। उसने उधमपुर से निर्दलीय विधायक पवन गुप्ता को भी हटा दिया। गुप्ता पहले राज्य मंत्री थे। अजय नंदा ने गुप्ता की जगह ली है। महबूबा जम्मू-कश्मीर की 13वीं मुख्यमंत्री बनी हैं। वह राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं और देश के किसी राज्य की दूसरी मुस्लिम महिला मुख्यमंत्री हैं। सैयदा अनवरा तैमूर पहली मुस्लिम मुख्यमंत्री बनीं। वह 1980 में असम की मुख्यमंत्री बनीं थीं।