छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में पिछले 70 घंटे से ज्यादा समय से बोरवेल में फंसे राहुल को बचाने के लिए राज्य में अब तक का सबसे बड़ा रेस्कयू ऑपरेशन किया जा रहा है। आने वाले कुछ घण्टे में पूरी जिम्मेदारी के साथ ऑपरेशन कर राहुल को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि हम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रशासन की टीम मुस्तैद होकर इस ऑपरेशन को अंजाम देगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा निर्देशन में ग्राम पिहरीद, मालखरौदा जिला जांजगीर-चाम्पा में बोरवेल में 54 घण्टे से भी अधिक समय से फसे राहुल साहू को बाहर निकालने अंतिम दौर का रेस्क्यू शुरू हुआ। कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल सहित सेना के अफसर,एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसईसीएल सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ पूरी टीम छत्तीसगढ़ के इस सबसे बड़े रेस्क्यू में जा रही है।
सभी प्रकार की तैयारियों और व्यवस्थाओं के साथ रेस्कयू दल 60 फीट नीचे गहराई में उतरने जा रहा है। इस ऑपरेशन का सिर्फ एक ही मकसद है कि बोरवेल में फंसे राहुल को किसी भी तरह से सुरक्षित निकालना।
लगभग 52 से 54 घण्टे से पोकलेन,जेसीबी,ड्रिल मशीन से भारी मशक्कत के बाद बोरवेल के समीप गहराई किया गया है। अब नीचे सुरंग बनाकर राहुल तक पहुचने का प्रयास किया जाएगा।
इस सबसे बड़े ऑपरेशन में हिस्सा बनने वालों को हर पल अलर्ट रहने कहा गया है। ऑपरेशन में किसी तरह की जल्दबाजी या लापरवाही नहीं करने के सख्त निर्देश है।
हम होंगे कामयाब पूरा है विश्वास हम होंगे कामयाब
बोरवेल में फंसे राहुल साहू को सुरक्षित निकालने के लिए हर सम्भव कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला और प्रशासन की पूरी टीम ही नहीं, सेना एनडीआरएफ, एसडीआरएफ,एसईसीएल, पुलिस ,नगर सेना,पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य, विद्युत विभाग,पीएचई से लेकर गांव के कोटवार तक इस ऑपरेशन में जुटे है।
कलेक्टर ने कहा है कि चुनौती है,लेकिन हम कामयाब होंगे और राहुल को सकुशल बाहर निकालेंगे। सभी अपनी जिम्मेदारियों को अवश्य निभाये। कलेक्टर के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, एम आर अहिरे, आईएएस नूपुर राशि पन्ना, राहुल देव,रेना जमील सहित अधिकारी अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं।
ब्रेकिंग
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बचाव कार्य में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दी शुभकामनाएँ
ईश्वर से की राहुल की सकुशल आने की प्रार्थना
कलेक्टर जांजगीर-चांपा को दिए निर्देश
आपातकालीन चिकित्सा की पूर्ण तैयारी रखने के निर्देश
कलेक्टर बिलासपुर को भी दिए निर्देश
बिलासपुर में सिम्स, अपोलो हॉस्पिटल में रखी जाए तैयारी
मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं ऑपरेशन की मॉनिटरिंग
*मुख्यमंत्री भूपेश बघेल* देर रात तक जागकर कर रहे हैं रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनीटरिंग
*सोशल मीडिया* पर मुख्यमंत्री ने लिखा *भावुक पोस्ट*
बोले हम होंगे कामयाब हमें टीमों पर और भगवान पर भरोसा
ऑपरेशन राहुल हम होंगे कामयाब
रेस्क्यू दल सावधानी पूर्वक राहत एवं बचाव की दिशा में लगातार कार्य कर रही है
अभी होरिजेंटल खुदाई की जा रही है। ताकि राहुल तक आसानी से पहुचा जा सकें ।
भीतर में राहत दल सुरक्षित है। और सावधानीपूर्वक कार्य कर रही है।
कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने रेस्क्यू का अवलोकन किया। वे स्वयं बोरवेल के पास है और कैमरे से बच्चे की गतिविधियों को देख रहे हैं।
एक बड़ी हैंड ड्रिलिंग मशीन भी लाई गई है। ताकि इसका उपयोग किया जा सके।
सुरंग की राह में एक बड़ा चट्टान आ गया है। हैंड ड्रिलिंग मशीन से चट्टान को तोड़ा काटा जा रहा है। कलेक्टर ने इससे बड़ी मशीन मंगाई है। ज्यादा बड़ी मशीन का उपयोग यहाँ करने से आसपास कम्पन की संभावना बढ़ जाएगी। जो कि राहुल के लिए खतरनाक बन सकता है।इसलिए सूझबूझ और एक्सपर्ट के बीच चर्चा करके ही कोई फैसला लिया जा रहा है।
राहुल अभी एक्टिव है।
इस अभियान में यही अच्छी बात है। हमारा भी रेस्क्यू चल रहा है। जो भी संसाधन है उससे काम किया जा रहा है। अभी 3 मीटर की दूरी में राहुल फसा हुआ है। लेकिन चट्टान की वजह से ही कुछ दिक्कत है। कुछ भी मशीन लगाने से पहले राहुल के बारे में सोच कर ही कदम उठाया जा रहा है।
कलेक्टर
जितेंद्र शुक्ला
यह आवाज,आवाज ही नहीं, एक उम्मीद भी हैं...
राहुल..ओ राहुल..। राहुल बेटा... उठो...केला खा लो...फ्रूटी पी लो...राहुल.. ओ राहुल... मेरा अच्छा बेटा... आ जा..आ जा.. केला खा ले.. यह आवाज, महज कोई आवाज ही नहीं, एक उम्मीद भी है, जो बोरवेल में पिछले 65 घण्टे से फसे राहुल की ज़िंदगी से जुड़ा हुआ है। बोरवेल में गिरने के बाद एक कैमरा ही है, जो राहुल के भीतर होने और उसके मूवमेंट को कैद कर देखने वालों को राहत दे रहा है। राहुल अपनी गतिविधियों से सुकून का अहसास करा रहा है, वहीं इस सुकून के पीछे की एक वजह यह भी है कि राहुल कुछ देर के अंतराल में केला खा रहा है। जूस पी रहा है। सेब खा रहा है। राहुल जैसा भी है,जिस भी हालात में है। वह चिंता का विषय तो है,लेकिन रेस्क्यू सफल होने तक राहुल को खाने के लिए मजबूर करने में एनडीआरएफ के जवान बी अनिल और कापसे एल बी, आर के पांडा का भी बहुत बड़ा योगदान है। यहाँ दो दिन से बोरवेल के आसपास तक यह मार्मिक आवाज गूँज रही है।
भले ही एनडीआरएफ के जवान बी अनिल आंध्रप्रदेश से और कापसे एल बी महाराष्ट्र से है, लेकिन इन दोनों के द्वारा बोरवेल के बाहर कैमरे का न सिर्फ वायर सम्हाल कर राहुल के हर गतिविधियों को बाहर प्रदर्शित किया जा रहा है, बोरवेल से पानी को निकाला जा रहा है..अपितु आवाज लगा-लगा कर वे दोनों राहुल तक केला ,जूस सहित अन्य सामग्रियां पहुचा रहे हैं। लगभग 65 घण्टे से अधिक समय से बी अनिल और कापसे एल बी बोरवेल के पास बैठे हैं। उनकी आंखें बोरवेल में फसे राहुल को ताकते हुए लाल सी हो गई है। फिर भी वे कोशिश में लगे हैं। राहुल जब सो जाता है तो उन्हें किसी प्रकार से डिस्टर्ब नहीं किया जाता, लेकिन जैसे ही वह सोकर उठता है तो उन्हें खाने के लिए सामग्रियां देकर जोर-जोर से आवाज लगाता है। राहुल इन दोनों की आवाज सुनकर खड़ा हो जाता है और रस्सी में बांधकर दी गई खाद्य सामग्रियों को झपट लेता है। राहुल कभी केला खाता है तो कभी दूसरा फल, इस बीच राहुल को कैमरे में आसानी से रिकॉर्ड भी कर लिया जाता है। खुद तक खाद्य सामग्रियां मिलने पर राहुल कम से कम भूखे पेट नहीं सोता। उन्हें खाने-पीने का सामान मिल जाने से खाता है। लगातार ऑक्सीजन सफलाई होने और कुछ खाने की वजह से ही राहुल 65 घण्टे बाद हिम्मत नहीं हारा है। वह सुरक्षित है। बोरवेल के ऊपर से लगातार आवाज लगाकर राहुल को जगाने के साथ फल खिलाने में अनिल बी और कापसे एल बी बिना किसी संकोच के साथ अपने कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। अनिल बी का कहना है कि हम सबकी कोशिश है कि राहुल किसी तरह ऊपर आ जाए। इसके लिए कई बार रस्सी हाथ तक पहुचाई गई। अलग-अलग विधियां अपनाई गई। मगर एक बार भी राहुल रस्सी नहीं पकड़ता,इसलिए राहुल को सुरक्षित निकाला नहीं जा पा रहा है। इसी तरह यहाँ एनडीआरएफ के विकास कुमार भी है जो कैमरे के डिस्प्ले पर टकटकी लगाए हुए हैं। राहुल की हर गतिविधियों की जानकारियां देकर उसके सही सलामत होने की बात बताता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा राहुल के लिए हर प्रकार के इंतजाम किए गए है । परिजनों के सलाह के साथ खाद्य सामग्रियां भी जा रही है।
(स्पॉटलाइट)