झारखंड में कोरोना विस्फोट के बीच किसी भी समय लॉकडाउन की घोषणा की जा सकती है। लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण के एक हजार से अधिक नये मामले आने से सरकार चिंतित है। सोमवार को आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में अधिकारियों के साथ विमर्श कर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन इस सिलसिले में निर्णय करेंगे। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि जनहित को ध्यान में रखकर सरकार फैसला करेगी।
कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए दो जनवरी को अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने 15 जनवरी तक लॉकडाउन की अनुशंसा की है। उनकी सिफारिश और प्रकोप को देखते हुए ही आज आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक बुलाई गई है। अन्यता दो दिन पूर्व आपदा प्रबंधन की बैठक कर मुख्यमंत्री ने सावधानी बरतने वाला संदेश जारी करते हुए एक सप्ताह बाद प्राधिकार की बैठक करने की बात कही थी। कोरोना संक्रमण की स्थिति राजधानी रांची में ज्यादा ही गंभीर है। रविवार को झारखंड में कोरोना संक्रमण के 1057 नये मामले सामने आये इनमें रांची के ही 413 मामले हैं। एक दिन पहले शनिवार को भी प्रदेश का आंकड़ा 1007 और रांची का 495 था।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने अपनी सिफारिश में 15 जनवरी तक शाम छह बजे से नाइट कर्फ्यू लाने, स्कूल कॉलेज, कोचिंग संस्थान, रेस्टोरेंड, सभी पार्क, स्पेर्ट्स कॉम्प्लेकस, जिम, स्वीमिंग पुल, इंडोर स्टेडियम बंद करने और धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश को बंद करने की बात कही है। सभी कार्यालयों में 50 प्रतिशत उपस्थिति, बायोमेट्रिक हाजिरी बंद करने, अनिवार्य वस्तुओं को छोड़ एक दिन गैप कर दुकान खोलने, शादी और श्राद्ध कार्यक्रम में अधिकतम 50 लोगों के शामिल होने, राज्य के बाहर से आने वालों को अनिवार्य रूप से आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट, मॉल में डबल डोज ले चुके लोगों व क्षमता का 25 प्रतिशत लोगों को प्रवेश की अनुमति आदि का सुझाव दिया गया है।