मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में पुलिस द्वारा मंगलवार को कांग्रेस के खेत बचाओ-किसान बचाओ आंदोलन के बाद किसानों को कपड़े उतारकर पीटने के मामले में सरकार ने जांच के आदेश दे दिए है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले की जांच के लिए कहा है।
प्रदेश के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने पत्रकारों से आज भोपाल में कहा कि टीकमगढ़ में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर पुलिस महानिदेशक से तीन दिन के भीतर पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच डीजीपी करेंगे।
मंगलवार को कांग्रेस ने टीकमगढ़ में किसानों के साथ जिले को सूखा घोषित करने के मांग के अलावा अपनी कई मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय के बाहर आंदोलन किया था। आंदोलन के पश्चात, कांग्रेस कार्यकर्ताओ और किसानो ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की और इसी दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प के बाद माहौल उग्र हो गया। मामले को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाई और आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार छोड़कर उन्हें कलेक्टर कार्यालय से बाहर धकेल दिया।
कुछ समय बाद, जिले की थाना देहात पुलिस ने कथित तौर पर दो ट्रैक्टर ट्रालियों में जा रहे किसानों को पकड़कर हवालात में डाल दिया, और इन किसानों को पुलिस ने कपड़े उतरवाकर अर्धनग्न अवस्था में ला दिया। जब इसकी खबर पूर्वमंत्री यादवेंद्र सिंह को लगी तो उन्होंने थाना पहुंचकर इन किसानों को पुलिस से मुक्त कराया।
आज घटना के विरोध में कांग्रेस ने भोपाल से लेकर दिल्ली तक सरकार पर तीखा हमला बोला। इस मामले में सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तीर चलाते हुए ट्वीट किया है, “किसान पुत्र की सरकार में मंदसौर कांड के जख्म अभी सूखे नहीं और अब टीकमगढ़ में किसानों पर बर्बरता, शिवराज के दमन में अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ा।”
उधर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर सरकार पर आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार लगातार किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “मैं इस कृत्य की कड़ी निंदा कर दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की मांग करता हूं। टीकमगढ़ में शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों को बिना कपड़ों के पुलिस लॉकअप में बंद करने की शर्मनाक घटना की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।”
भोपाल में पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं किसानों पर बर्बरता पूर्वक किए गए लाठीचार्ज के विरोध में आज भोपाल में युवा कांग्रेस द्वारा अर्धनग्न प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में युवा कांग्रेस कल पुलिस द्वारा आंदोलन से वापस घर जा रहे किसानों को थाने ले जाकर कपड़े उतारकर पीटे जाने की घटना के विरोध में प्रदेश सरकार पर आक्रमक रही ।
मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को फसलों के दाम मांगने पर पेट में लात और सीने में गोली मारती है। मध्यप्रदेश के मुखिया अपने आप को किसान पुत्र कहते है लेकिन वो किसानों के रक्षक नही भक्षक बन कर अत्याचार का कहर बरपा रहे है ।
चौधरी ने मांग कि है कि कल जिस प्रकार से किसानों के कपडे उतारकर उन्हें पीटा गया, लाठिंया बरसाई गई इस घिनौने अत्याचार से किसानों को जो अपमान हुआ है उसके लिए स्वयं मुख्यमंत्री और गृहमंत्री इस्तीफा दें।