आलोक पांडे
कोरोना वैक्सिंग को लेकर उत्तर प्रदेश में तैयारियां अंतिम चरण में है।सीएम योगी ने निर्देश जारी किया था कि 15 दिसंबर तक वैक्सीन को लेकर कोल्ड चेन की तैयारियां पूरी कर ली जाय।वैसे में प्रदेश का परिवार कल्याण विभाग तैयारियों में लगा हुआ है।
कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज,डिस्ट्रीब्यूशन और वैक्सिनेशन को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है।प्रदेश परिवार कल्याण विभाग पर इसकी जिम्मेदारी है। परिवार कल्याण विभाग के मूताबिक वैसे तो प्रदेश के सभी जिलों में कोल्ड चेन रूम मौजूद है,जो सीएमओ ऑफिस के पास में होता है,लेकिन इसकी अतिरिक्त आवश्यकता को देखते हुए अलग से व्यवस्था की जा रही है।
कोल्ड चेन के लिए प्रदेश के ज़िलों को तीन भागों में बांटा गया है, जिसमे 22 ऐसे जिले हैं जहाँ पर कोल्ड चेन के लिए अलग से रूम बनाया जा रहा है।27 ज़िलों में जो कोल्ड स्टोर है उनमें मेजर रिनोवेशन कराया जा रहा है और 26 ज़िलों के कोल्ड स्टोर में थोड़ा बहुत बदलाव किया जा रहा है।कोल्ड चेन के लिए भारत सरकार से 8 वाकिंग कूलर और 4 वाकिंग फ्रीजर की डिमांड की गई है। एक वाकिंग कूलर की क्षमता 10 हज़ार लीटर होती है।जिन्हें प्रदेश के अलग अलग डिपो में रखा जायेगा। इसके अलावा ILR (आइसलैंड रेफ्रिजरेटर) और डीप फ्रीजर की डिमांड परिवार कल्याण विभाग ने भारत सरकार से की थी,जो आने शुरू हो गए हैं।इन्हें अब अलग अलग ज़िलों में भेजने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
कोरोना वैक्सीन के लिए 2000 कोल्ड बॉक्स भी मंगाए गए हैं।परिवार कल्याण विभाग का कहना है कि अभी जो वैक्सीन आने वाली है उन्हें किस तापमान पर रखा जाना है इसकी जानकारी नही है।लेकिन डीप फ्रीजर में माइनस 25 तक का तापमान मेंटेन किया जा सकता है।वाकिंग फ्रीजर में माइनस 20 डिग्री का तापमान मेंटेन किया जा सकता है। एडिशनल डायरेक्टर ऐ पी चतुर्वेदी, परिवार कल्याण जिन को नोडल अधिकारी यूपी का नियुक्त किया है वो बताते है की वैक्सिनेशन की प्रक्रिया, पहले चरण में हेल्थकेयर वर्कर का वैक्सिनेशन किया जाएगा।अभी तक प्रदेश के सरकारी हेल्थ केयर वर्कर और प्राइवेट हेल्थ केयर वर्कर्स का डेटा तैयार किया गया है,जिनकी संख्या 7 लाख से ज़्यादा है।प्राइवेट सेक्टर के हेल्थ केयर वर्कर्स का डेटा अभी तैयार किया जा रहा है।
दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सिनेशन किया जाएगा, जिसमे पुलिस बल और सुरक्षा बल,सफाईकर्मी होंगे।
तीसरे चरण में 50 साल के ऊपर के लोगों का किया जाएगा। चौथे चरण में 50 साल के नीचे के लोगों का वैक्सिनेशन होगा।
चतुर्वेदी का कहना है कि हमारे पास सभी जिलों में वैक्सीन वैन है,उनके माध्यम से ब्लॉक और दूसरे बूथों तक वैक्सीन ले जाया जाएगा,हालांकि अभी भारत सरकार की गाइडलाइन के बाद ही इसे तय किया जाएगा। यूपी में गोरखपुर,लखनऊ,फैज़ाबाद,बनारस,कानपुर,मेरठ,आगरा ,झांसी समेत 9 ज़िलों में स्टेट वैक्सीन स्टोर हैं।सबसे पहले वैक्सीन इन्ही स्टोर में लायी जाएगी।उसके बाद इन्हें अलग अलग ज़िलों में वैक्सिनेशन के लिए ले जाया जाएगा।इन सेंटर्स के लिए रेफ्रिजरेटर वैन की भी व्यवस्था की जा रही है।
वैक्सिनेटर्स
उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय मे 70 हज़ार सरकारी वैक्सिनेटर्स हैं जिन्हें इस काम मे लगाया जा सकता है।वैक्सिनेशन की प्रक्रिया में प्राइवेट वैक्सिनेटर्स को भी लगाया जायेगा जिनका डेटा तैयार किया जा रहा है।करीब30 हज़ार प्राइवेट वैसिनेटर्स हैं।इन्हें ट्रेनिंग कराकर इस काम में लगाया जाएगा।