कैंची धाम आज विश्व पटल पर धार्मिक केंद्र बन गया है।लेकिन यहाँ के स्थानीय होटल इस जगह की सुंदरता और मर्यादा पर धब्बा लगा रहे हैं।कैंची धाम में 13 होटल और 5 रेस्टोरेंट पवित्र शिप्रा नदी में सीवर छोड़ रहे हैं। उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूकेपीसीबी) ने नैनीताल से लगभग 38 किलोमीटर दूर कुमाऊं की पहाड़ियों में स्थित लोकप्रिय तीर्थ स्थल कैंची धाम के पास शिप्रा नदी में अपशिष्ट पदार्थ छोड़ने के आरोप में 13 होटलों और पांच रेस्तरां को नोटिस जारी किया है।
राज्य प्रदूषण बोर्ड की एक टीम ने हाल ही में तीन दिनों तक साइट पर डेरा डाला, नमूने एकत्र किए और फिर शनिवार को होटल मालिकों और रेस्तरां मालिकों को नोटिस जारी कर उन्हें जवाब दाखिल करने के लिए एक महीने का समय दिया है। यूकेपीसीबी के अधिकारियों ने बताया कि कैंची धाम के पास 13 होटल संचालित हैं, जबकि कई अन्य निर्माणाधीन हैं। एक अधिकारी ने बताया, "इन होटलों के अलावा, वहां पांच रेस्टोरेंट भी चल रहे हैं और सभी 18 प्रतिष्ठानों से निकलने वाला कचरा शिप्रा नदी को प्रदूषित कर रहा है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है।
यूकेपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग नेगी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "हमने निर्माणाधीन होटलों को नोटिस जारी किया है, क्योंकि उन्होंने हमसे अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त किए बिना ही काम शुरू कर दिया था। इन प्रतिष्ठानों को स्पष्टीकरण देने के लिए एक महीने का समय दिया गया है, जिसके बाद नियमों के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।